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मोदी की लोकप्रियता के कारण विधानसभा की तुलना में लोकसभा चुनावों में ज्यादा समर्थन मिलता है : केशव प्रसाद मौर्य - यूपी ब्यूरो चीफ आलोक त्रिपाठी की स्पेशल स्टोरी

भाजपा ने हाल ही में हुए निकाय चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया है. इन चुनावों को लोकसभा चुनाव का सेमी फाइनल कहा जा रहा था. हालांकि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद विपक्षी दल भाजपा को रोकने के लिए एक होते दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में भाजपा के सामने क्या चुनौतियां हैं? वह एकजुट विपक्ष को चुनौती मानती भी हैं या नहीं? दूसरे दलों से भाजपा में आए नेताओं का समायोजन और सम्मान न मिलने आदि विषयों को लेकर हमने बात की यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से. देखिए प्रमुख अंश...

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Published : Jun 3, 2023, 7:32 AM IST

Updated : Jun 3, 2023, 8:15 AM IST

यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से बातचीत करते यूपी के ब्यूरो चीफ आलोक त्रिपाठी.

लखनऊ : निकाय चुनाव में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया था. दो सीटों पर हुए उप चुनाव में भी सहयोगी अपना दल (एस) को सफलता मिली. ऐसे लोकसभा चुनावों को लेकर भाजपा की क्या तैयारी है? इस सवाल पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कहते हैं 'निकाय चुनाव हों या उससे पहले के चुनाव भाजपा को जनता का समर्थन लगातार बढ़ता रहा है. जहां तक 2024 के लोकसभा चुनावों की बात है तो हमें विश्वास है कि हमारी डबल इंजन की सरकार नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए सभी अस्सी सीटें जीतेगी. विपक्ष भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एका हो रहा है. कर्नाटक के चुनाव के बाद यह संदेश देने की कोशिश हो रही है कि विपक्ष एक होकर भाजपा को चुनौती देगा. आप इस बारे में क्या सोचते हैं. इस पर वह कहते हैं वर्ष 2018 में कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हुआ था, जिसमें भाजपा हार गई थी, लेकिन जब लोकसभा का चुनाव हुआ तो 28 में से 27 सीटें भाजपा जीतकर आई थी. विपक्ष की एकता का जहां तक सवाल है तो मैं बता दूं कि मोदी जी के खिलाफ विपक्ष पहले भी एक था, आज भी है और आगे भी रहेगा, लेकिन उनके साथ जनता नहीं होगी. जनता मोदी जी के साथ है.

निकाय चुनाव में जीत का जश्न.
निकाय चुनाव में जीत का जश्न.


आपको लगता है कि मोदी जी की जो ख्याति है अगले चुनाव में भी कायम रहेगी और लोकसभा चुनाव में फिर मोदी जी के नाम पर वोट आएंगे. इस सवाल पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य कहते हैं निश्चित तौर से विधानसभा चुनाव भी जीतने के लिए लड़ रहे थे. हमारे वोट घटे नहीं हैं. यदि हम कर्नाटक में जीतते और हमारी सरकार बनती तो अच्छा होता. हम हार की समीक्षा और जीत की तैयारी साथ-साथ कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश का माहौल अलग है. यहां लोग मोदी जी को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. पार्टी और जनता दोनों की तैयारी है. फिर से कमल खिलेगा. यह गर्व की बात है कि हमारे पास विश्व का सबसे लोकप्रिय नेता है. यह सच्चाई है कि मोदी जी की लोकप्रियता के कारण विधानसभा चुनावों की तुलना में लोकसभा में ज्यादा समर्थन मिलता है.

यूपी निकाय चुनाव में जीत का जश्न.
यूपी निकाय चुनाव में जीत का जश्न.
यदि हाल के विधानसभा चुनावों को देखें तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया था. बुंदेलखंड में बढ़िया स्थिति थी, लेकिन पूर्वांचल में आपकी स्थिति संतोषजनक नहीं थी. इस पर केशव मौर्य कहते हैं हम अपनी पार्टी को कमजोर तो नहीं मानते हैं, लेकिन पार्टी को मजबूत करने के लिए जो भी जरूरी होंगे, वह कदम उठाए जाएंगे. हम लगातार कोशिश करते हैं. हम 2022 में कुछ जिलों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके, लेकिन हम लोकसभा चुनावों में कमियां दूर करके अच्छा प्रदर्शन करेंगे. आपकी पार्टी प्रदेश का सबसे बड़ा दल है. बसपा और कांग्रेस हाशिए पर सिमट चुके हैं. ऐसे में आपकी पार्टी में तमाम दलों के नेता भी शामिल हो रहे हैं. स्वाभाविक है कि जब पार्टी बड़ी होती है तो लोगों की अपेक्षाएं भी बड़ी होती हैं. अन्य दलों के नेता जो आपकी पार्टी में आए हैं, वह तमाम अपेक्षाएं लेकर आए हैं. क्या आप उनकी अपेक्षाएं पूरी कर पा रहे हैं? जैसे अपर्णा यादव भाजपा में आईं थी, लेकिन अब तक पार्टी ने उनके लिए कुछ भी नहीं किया. इस पर डिप्टी सीएम कहते हैं किसी दल का भी नेता यदि भाजपा का हिस्सा बनता है तो वह सशर्त पार्टी में नहीं आता. पार्टी में आए हैं तो पार्टी के लिए काम करें. जब पार्टी को लगेगा कि उन्हें चुनाव लड़ाने या कोई जिम्मेदारी देने का वक्त आ गया है तो पार्टी उस पर विचार कर लेती है. भाजपा एक ऐसी पार्टी है, जहां लोग हमारे काम पर भरोसा करके आते हैं. देखिए पूरा साक्षात्कार....

यह भी पढ़ें : हाईकोर्ट की अहम टिप्पणी, भारत में कोई महिला निर्दोष को रेप या यौन उत्पीड़न में नहीं फंसाएगी

यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से बातचीत करते यूपी के ब्यूरो चीफ आलोक त्रिपाठी.

लखनऊ : निकाय चुनाव में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया था. दो सीटों पर हुए उप चुनाव में भी सहयोगी अपना दल (एस) को सफलता मिली. ऐसे लोकसभा चुनावों को लेकर भाजपा की क्या तैयारी है? इस सवाल पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य कहते हैं 'निकाय चुनाव हों या उससे पहले के चुनाव भाजपा को जनता का समर्थन लगातार बढ़ता रहा है. जहां तक 2024 के लोकसभा चुनावों की बात है तो हमें विश्वास है कि हमारी डबल इंजन की सरकार नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए सभी अस्सी सीटें जीतेगी. विपक्ष भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एका हो रहा है. कर्नाटक के चुनाव के बाद यह संदेश देने की कोशिश हो रही है कि विपक्ष एक होकर भाजपा को चुनौती देगा. आप इस बारे में क्या सोचते हैं. इस पर वह कहते हैं वर्ष 2018 में कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हुआ था, जिसमें भाजपा हार गई थी, लेकिन जब लोकसभा का चुनाव हुआ तो 28 में से 27 सीटें भाजपा जीतकर आई थी. विपक्ष की एकता का जहां तक सवाल है तो मैं बता दूं कि मोदी जी के खिलाफ विपक्ष पहले भी एक था, आज भी है और आगे भी रहेगा, लेकिन उनके साथ जनता नहीं होगी. जनता मोदी जी के साथ है.

निकाय चुनाव में जीत का जश्न.
निकाय चुनाव में जीत का जश्न.


आपको लगता है कि मोदी जी की जो ख्याति है अगले चुनाव में भी कायम रहेगी और लोकसभा चुनाव में फिर मोदी जी के नाम पर वोट आएंगे. इस सवाल पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य कहते हैं निश्चित तौर से विधानसभा चुनाव भी जीतने के लिए लड़ रहे थे. हमारे वोट घटे नहीं हैं. यदि हम कर्नाटक में जीतते और हमारी सरकार बनती तो अच्छा होता. हम हार की समीक्षा और जीत की तैयारी साथ-साथ कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश का माहौल अलग है. यहां लोग मोदी जी को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. पार्टी और जनता दोनों की तैयारी है. फिर से कमल खिलेगा. यह गर्व की बात है कि हमारे पास विश्व का सबसे लोकप्रिय नेता है. यह सच्चाई है कि मोदी जी की लोकप्रियता के कारण विधानसभा चुनावों की तुलना में लोकसभा में ज्यादा समर्थन मिलता है.

यूपी निकाय चुनाव में जीत का जश्न.
यूपी निकाय चुनाव में जीत का जश्न.
यदि हाल के विधानसभा चुनावों को देखें तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया था. बुंदेलखंड में बढ़िया स्थिति थी, लेकिन पूर्वांचल में आपकी स्थिति संतोषजनक नहीं थी. इस पर केशव मौर्य कहते हैं हम अपनी पार्टी को कमजोर तो नहीं मानते हैं, लेकिन पार्टी को मजबूत करने के लिए जो भी जरूरी होंगे, वह कदम उठाए जाएंगे. हम लगातार कोशिश करते हैं. हम 2022 में कुछ जिलों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके, लेकिन हम लोकसभा चुनावों में कमियां दूर करके अच्छा प्रदर्शन करेंगे. आपकी पार्टी प्रदेश का सबसे बड़ा दल है. बसपा और कांग्रेस हाशिए पर सिमट चुके हैं. ऐसे में आपकी पार्टी में तमाम दलों के नेता भी शामिल हो रहे हैं. स्वाभाविक है कि जब पार्टी बड़ी होती है तो लोगों की अपेक्षाएं भी बड़ी होती हैं. अन्य दलों के नेता जो आपकी पार्टी में आए हैं, वह तमाम अपेक्षाएं लेकर आए हैं. क्या आप उनकी अपेक्षाएं पूरी कर पा रहे हैं? जैसे अपर्णा यादव भाजपा में आईं थी, लेकिन अब तक पार्टी ने उनके लिए कुछ भी नहीं किया. इस पर डिप्टी सीएम कहते हैं किसी दल का भी नेता यदि भाजपा का हिस्सा बनता है तो वह सशर्त पार्टी में नहीं आता. पार्टी में आए हैं तो पार्टी के लिए काम करें. जब पार्टी को लगेगा कि उन्हें चुनाव लड़ाने या कोई जिम्मेदारी देने का वक्त आ गया है तो पार्टी उस पर विचार कर लेती है. भाजपा एक ऐसी पार्टी है, जहां लोग हमारे काम पर भरोसा करके आते हैं. देखिए पूरा साक्षात्कार....

यह भी पढ़ें : हाईकोर्ट की अहम टिप्पणी, भारत में कोई महिला निर्दोष को रेप या यौन उत्पीड़न में नहीं फंसाएगी

Last Updated : Jun 3, 2023, 8:15 AM IST
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