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लखनऊ: पं. लच्छू जी महाराज को समर्पित 'नमन' में कथक के दिखे कई रंग

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Published : Sep 1, 2019, 7:42 AM IST

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में संगीत नाटक अकादमी में दो दिवसीय 'नमन' कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान अकादमी के प्रोड्यूसर तरुण राज ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम का आयोजन पं. लच्छू जी महाराज की याद में किया जाता है.

पं लच्छू जी महाराज की याद में कथक कार्यक्रम आयोजन.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी में दो दिवसीय 'नमन' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम पंडित लच्छू जी महाराज को समर्पित किया गया. जिसमें कई कथक कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा.

पं लच्छू जी महाराज की याद में कथक का आयोजन.

इसे भी पढ़ें- लखनऊ: भारतेंदु नाट्य अकादमी में कलाकारों ने पेश किया समाज का आइना

नमन कार्यक्रम पंडित लच्छू जी महाराज की याद में किया जाता है. वे लखनऊ कथक केंद्र के प्रथम गुरु के रूप में जाने जाते हैं. इसलिए हम उनकी जयंती को मनाने के लिए कथक का दो दिवसीय उत्सव आयोजित करते हैं. इसमें तमाम नए और पुराने कथक कलाकार शामिल होते हैं. आज के कार्यक्रम में पंडित लच्छू जी महाराज की मुख्य शिष्य में शामिल कुमकुम धर, पुणे से आस्था कारलेकर और मुंबई से सुनील सुनकारा को आमंत्रित किया गया है.
-तरुण राज, प्रोड्यूसर, संगीत नाटक अकादमी

कथक भारतीय परंपराओं की साख को जिंदा रखता है. यह हमारे देश ही नहीं अपितु विदेशों में भी काफी प्रसिद्ध हो चुका है. खास बात यह है कि कथक तमाम प्राचीनतम विधाओं को भी साथ में लेकर एक धागे में पिरोता है, जो कि बेहद गौरवान्वित महसूस करने वाला है.
डॉ. रश्मि चतुर्वेदी, दर्शक

लखनऊ: उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी में दो दिवसीय 'नमन' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम पंडित लच्छू जी महाराज को समर्पित किया गया. जिसमें कई कथक कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा.

पं लच्छू जी महाराज की याद में कथक का आयोजन.

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नमन कार्यक्रम पंडित लच्छू जी महाराज की याद में किया जाता है. वे लखनऊ कथक केंद्र के प्रथम गुरु के रूप में जाने जाते हैं. इसलिए हम उनकी जयंती को मनाने के लिए कथक का दो दिवसीय उत्सव आयोजित करते हैं. इसमें तमाम नए और पुराने कथक कलाकार शामिल होते हैं. आज के कार्यक्रम में पंडित लच्छू जी महाराज की मुख्य शिष्य में शामिल कुमकुम धर, पुणे से आस्था कारलेकर और मुंबई से सुनील सुनकारा को आमंत्रित किया गया है.
-तरुण राज, प्रोड्यूसर, संगीत नाटक अकादमी

कथक भारतीय परंपराओं की साख को जिंदा रखता है. यह हमारे देश ही नहीं अपितु विदेशों में भी काफी प्रसिद्ध हो चुका है. खास बात यह है कि कथक तमाम प्राचीनतम विधाओं को भी साथ में लेकर एक धागे में पिरोता है, जो कि बेहद गौरवान्वित महसूस करने वाला है.
डॉ. रश्मि चतुर्वेदी, दर्शक

Intro:लखनऊ। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी में दो दिवसीय नमन कार्यक्रम का आयोजन किया गया यह कार्यक्रम पंडित लच्छू जी महाराज को समर्पित किया गया है जिसने कई कथक कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा।


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संगीत नाटक अकादमी में शुरू हुए नमन कार्यक्रम के बारे में प्रड्यूसर तरुण राज ने बताया कि नमन कार्यक्रम पंडित लच्छू जी महाराज की याद में किया जाता है। वह लखनऊ कथक केंद्र के प्रथम गुरु के रूप में जाने जाते हैं इसलिए हम उनके जयंती को मनाने के लिए कत्थक का दो दिवसीय उत्सव आयोजित करते हैं। इसमें तमाम नए और पुराने कथक कलाकार शामिल होते हैं। आज के कार्यक्रम में पंडित लच्छू जी महाराज की मुख्य शिष्य में शामिल कुमकुम धर, पुणे से आस्था कारलेकर और मुंबई से सुनील सुनकारा को आमंत्रित किया गया है।

दर्शक दीर्घा में बैठी रश्मि चतुर्वेदी ने बताया कि कथक भारतीय परंपराओं की साख को जिंदा रखता है। यह हमारे देश ही नहीं अपितु विदेशों में भी काफी प्रसिद्ध हो चुका है। खास बात यह है कि कथक तमाम प्राचीनतम विधाओं को भी साथ में लेकर एक धागे में पिरोता है जो कि बेहद गौरवान्वित महसूस करने वाला है।


Conclusion:बाइट तरुण राज प्रोड्यूसर संगीत नाटक अकादमी
बाइट- डॉ रश्मि चतुर्वेदी, दर्शक
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