लखनऊ: उत्तर रेलवे ट्रेनों को गति देने के लिए पटरियों को बढ़ाने का काम कर रहा है. लखनऊ में भी इसे लेकर तेजी से काम कराया जा रहा है, लेकिन दिलकुशा आउटर को फोरलेन करने के लिए सोमनाथ द्वार के सामने रेलवे का नया ओवरब्रिज का काम लटक गया है. ट्रेनों की आवाजाही के कारण ट्रैफिक ब्लॉक नहीं मिल पा रहा है. कंस्ट्रक्शन कंपनी इसी वजह से काम शुरू नहीं कर पा रही है. ब्लॉक के इंतजार में इंजीनियर फरवरी माह से ही डेरा डाले हुए हैं. गर्डर रखे जाने के लिए मैटेरियल भी तैयार है. अब ब्लॉक मिले तो काम शुरू हो.
दिलकुशा आउटर को फोरलेन करने के लिए 150 साल पुराना कटाई का पुल गिराया जाएगा. सोमनाथ द्वार के सामने बना कटाई का पुल 1872 से सदर और अर्जुनगंज को हजरतगंज से जोड़ने का माध्यम है. जनता की सुविधा को ध्यान में रखकर इसके समानांतर टू-लेन का एक नया पुल बनाया जा रहा है. इसके नीचे रेलवे ट्रैक को फोरलेन बनाने में जगह की कमी के कारण दिक्कत आ रही थी. रेलवे ट्रैक के लिए अब इस पुल को गिराया जाना बेहद आवश्यक है. ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए रेलवे नया पुल तैयार कर रहा है, वर्तमान में बना कटाई का पुल सुलतानपुर रोड, कैंट, अहिमामऊ और पीजीआई रोड को हजरतगंज से सीधा जोड़ता है.
हर रोज करीब 30 से 35 हजार लोग गुजरते हैं. टू-लेन रेलवे ट्रैक तैयार होने के बाद कटाई पुल का दोबारा निर्माण किया जाएगा. इससे यहां पर ओवरब्रिज के रूप में टू-लेन को दो पुल बनकर तैयार हो जाएंगे. नये पुल के लिए गर्डर और अन्य सामान पहुंचाया जा चुका है. दोनों छोर से पिलर और स्ट्रक्चर रेडी है. इसके ऊपर गर्डर रखा जाना शेष है. रेलवे की हाईटेंशन लाइन और ट्रेनों के संचालन के कारण काम रुका हुआ है. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि एक सप्ताह में ब्लॉक दिया जाएगा. इस काम को पूरा होने में तकरीबन डेढ़ माह का वक्त लगेगा. अफसरों का कहना है कि ब्लॉक देने से ट्रेनों के ऑपरेशन पर भी असर पड़ेगा.
अब रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को मिलेगी टैक्सी की सुविधा: लखनऊ जंक्शन पर आने वाले पैसेंजर्स को अपनी मंजिल तक जाने के लिए अब टैक्सी या ऑटो के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा. अब प्लेटफॉर्म नंबर छह पर ही टैक्सी की सुविधा उपलब्ध होगी. लखनऊ जंक्शन पर टैक्सी स्टैंड पार्किंग शुरू की जा रही है. यहां पर सिर्फ टैक्सी की सुविधा मिलेगी. पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि लखनऊ जंक्शन पर टैक्सी की सुविधा शुरू करने के लिए एजेंसी नामित कर दी गई है. प्लेटफॉर्म संख्या छह पर फेसिलिटेशन सेंटर व कियोस्क बनेंगे. 24 घंटे कर्मचारी उपलब्ध रहेंगे.
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