लखनऊ: राजधानी में स्थित कारगिल शहीद स्मृति वाटिका में शहीदों की प्रतिमाएं अंधेरे में हैं. बिल न जमा होने से तीन माह पहले स्मृति वाटिका की बिजली काट दी गई थी. अभी तक न तो बिल जमा किया गया और न ही आपूर्ति बहाल की गई. इसके चलते शाम होते ही पार्क अंधेरे में डूब जाता है. स्थानीय लोगों में प्रशासन और नगर निगम के प्रति नाराजगी है. इसके रख रखाव का जिम्मा नगर निगम के पास है.
वाटिका में इन शहीदों की प्रतिमाएं
डिप्टी सीएम डाॅ. दिनेश शर्मा जब लखनऊ के मेयर थे, तब उन्होंने शहीदों के सम्मान में इस कारगिल शहीद स्मृति वाटिका का निर्माण कराया था. इस वाटिका में परमवीर चक्र विजेता कैप्टन मनोज पांडेय, मेजर सुनील जंग, केवलानंद द्विवेदी, मेजर रितेश शर्मा और कैप्टन आदित्य मिश्रा की प्रतिमाएं लगी हैं. साथ ही इन शहीदों से जुड़े इतिहास को भी यहां लिखा गया है. बीते तीन माह से बिजली न मिलने के कारण शाम होते इन शहीदों की प्रतिमाएं अंधेरे में डूब जाती हैं.
गणतंत्र दिवस पर भी छाया रहा अंधेरा
गणतंत्र दिवस के एक दिन पहले तमाम सरकारी दफ्तर रोशनी से सराबोर थे, लेकिन स्मृति वाटिका अंधेरे में था. यहां जनरेटर चलाकर कार्यक्रम किया गया. ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब राजधानी लखनऊ में शहीद पार्क की यह दशा है, तो प्रदेश के कई जिलों में बने शहीद पार्क के हालात क्या होंगे?
20 लाख रुपये बकाया बिजली बिल
बिल न जमा होने के कारण बिजली विभाग ने आपूर्ति तीन माह पहले ही बंद कर दी थी. जानकारी के अनुसार 20 लाख रुपये बिजली का बिल बकाया है. बिजली विभाग ने कई बार नगर निगम को बिल जमा करने के मौके दिए, लेकिन नगर निगम ने बिल नहीं जमा किया. इसके बाद बिजली विभाग ने कनेक्शन काटने के साथ स्मार्ट मीटर भी उतार लिए.
नहीं हो रहा समाधान
स्मृति वाटिका के सुरक्षाकर्मी दीपक कुमार पांडेय ने बताया कि नगर निगम के अधिकारियों को अवगत कराया गया है, लेकिन अभी तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं की गई. अंधेरे के कारण शाम होते ही पार्क को बंद करना पड़ता है.
सरकार करे बिजली की व्यवस्था
अपने परिवार के साथ शहीद स्मृति वाटिका घूमने आए वशी का कहना है कि जिन वीर सैनिकों ने साल 1999 के कारगिल युद्ध में हमारे देश की रक्षा करते हुए शहादत दी, उन्हें अंधेरे में रखा गया है, जो शहीदों का अपमान है. उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल बिजली की व्यवस्था करनी चाहिए.
अधिकारियों पर हो कार्रवाई
स्मृति वाटिका घूमने आए दिलीप साहू इस बात से काफी खफा हैं. उनका कहना है कि वर्तमान डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने मेयर रहते इस पार्क का निर्माण कराया था, लेकिन अब यहां पर शहीदों का अपमान हो रहा है.