लखनऊ: ब्लैक फंगस(black fungus) के नकली इंजेक्शन लाइपोजोनल एम्फोटेरेसिन बी की कालाबाजारी करने वाले गिरोह के सरगना को पुलिस ने गिरफ्तार किया. मंगलवार को सरगना विजय को कानपुर पुलिस(kanpur police) ने राजधानी के गुडंबा इलाके से गिरफ्तार किया. पुलिस आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है. 24 घंटे से लखनऊ में डेरा जमाए कानपुर के कर्नलगंज एसीपी त्रिपुरारी पांडेय और उनकी टीम को ये सफलता टेढ़ी पुलिया और लखनऊ के कई ग्रामीण इलाकों में दबिश के बाद मिली है.
मुंबई और गुजरात में भी फैला है विजय का नेटवर्क
ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल होने वाले नकली इंजेक्शन की कालाबाजारी(black marketing) करने वाले विजय का नेटवर्क मुंबई और गुजरात समेत कई अन्य राज्यों में फैला है. सरगना विजय के पास से पुलिस को एक मोबाइल फोन मिला है. मोबाइल फोन में गुजरात और मुंबई के तमाम लोगों के फोन नंबर मिले हैं. इसके साथ ही उसमें चैट भी मिली है. कुछ चैट डिलीट कर दी गई है. पुलिस उसे रिकवर करने में लगी है. पुलिस का मानना है कि गिरोह बहुत बड़ा है.
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ये है पूरा मामला
दरअसल, ब्लैक फंगस (black fungus) के नकली इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में कानपुर पुलिस ने कुर्सी रोड से मेडिकल स्टोर संचालक प्रकाश मिश्रा और ज्ञानेश शर्मा को गिरफ्तार किया था. इसके बाद प्रयागराज से भी गिरोह के दो लोग पकड़े गए थे. गिरोह के सरगना विजय ने प्रयागराज में इंजेक्शन की सप्लाई भेजी थी. पहले गिरफ्तार गिरोह के लोगों के पास से 68 इंजेक्शन बरामद हुए थे.बताया जा रहा है कि लखनऊ के ग्रामीण इलाके में फंगस के नकली इंजेक्शन की पैकिजिंग होती थी. जिसके बाद पुलिस ग्रामीण इलाकों में दबिश दे रही है.