लखनऊ: तीन लोगों के हत्या के मामले में 16 साल बाद दोषी पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई हुई है. दरअसल, जालौन जनपद के कोंच कोतवाली में 2004 में 3 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मामले में कानपुर के डिप्टी एसपी रहे भगवान सिंह के दोषी पाए जाने के बाद सीएम योगी के निर्देश पर उन्हें पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है.
क्या था मामला
बता दें कि 1 फरवरी 2004 को कोंच कोतवाली में पुलिस की फायरिंग में सपा नेता सुरेंद्र निरंजन, रोडवेज कर्मचारी यूनियन के नेता के भाई महेंद्र और मित्र दयाशंकर झा निवासी गांधी नगर की मौत हो गई थी. इस फायरिंग में चार लोग घायल भी हुए थे. उस समय भगवान सिंह कोंच कोतवाली में दारोगा थे. वर्तमान समय में भगवान सिंह कानपुर के डिप्टी एसपी के पद पर तैनात थे. इसी मामले में पिछले साल 8 नवंबर 2019 को डिप्टी एसपी भगवान सिंह को कोर्ट ने दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. सजा के ऐलान के बाद अगले दिन ही उन्हें निलंबित कर दिया गया था. सीओ भगवान सिंह को सीएम योगी ने पुलिस सेवा से बर्खास्त करने के निर्देश दिए हैं.
उस समय मृतक सुरेंद्र के परिजन ने तत्कालीन दारोगा भगवान सिंह समेत 9 पुलिसकर्मियों पर हत्या, जानलेवा हमला, बलवा व आगजनी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. मुकदमे की सुनवाई के दौरान दो आरोपियों की मौत हो गई थी. पिछले वर्ष 7 नवंबर को अपर जिला जज प्रथम अमित पाल सिंह ने साक्ष्यों के आधार पर आरोपी भगवान सिंह, पुलिसकर्मी लालमणि गौतम, राकेश बाबू कटियार, अखिलेश यादव, रामनरेश त्यागी व सत्यवीर सिंह व एक अन्य को दोषी करार दिया था. 8 नवंबर को सभी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी.