लखनऊः अक्टूबर 2019 को राजधानी लखनऊ के नाका थाना क्षेत्र में हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी. लखनऊ पुलिस प्रशासन की छवि पर गहरा प्रभाव पड़ा. वर्ष 2019 की इस घटना को लेकर लखनऊ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कमलेश तिवारी हत्या के साजिशकर्ता सैयद आसिफ अली व युसूफ खान के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की गई है. वहीं एक अन्य साजिशकर्ता जफर सादिक पर भी एनएसए लगाने की कार्रवाई चल रही है.
हत्याकांड के ये तीनों आरोपी वर्तमान समय में लखनऊ जेल में बंद हैं. लखनऊ पुलिस ने हत्या को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी अशफाक हुसैन व मोइनुद्दीन पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है. साथ ही हत्या के 13 अन्य साजिशकर्ताओं के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है.
सूरत में रची गई थी कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश
वर्ष 2019 में लखनऊ के नाका थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी. हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की गोली मारकर व चाकू से गला काटकर हत्या कर दी गई थी. दिनदहाड़े हुई इस घटना से राजधानी में हड़कंप मच गया था.
घटना के बाद पुलिस ने इसकी गंभीरता से जांच की. जांच के बाद पुलिस ने बहुत से राज उजागर किए. पुलिस के अनुसार हिंदूवादी नेता की हत्या की साजिश गुजरात राज्य के सूरत में रची गई थी. कमलेश तिवारी की हत्या करने के लिए मोइनुद्दीन व अशफाक को तैयार किया गया था.
सैयद आसिम ने रची थी कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश
राजधानी लखनऊ में दिनदहाड़े हुई कमलेश तिवारी की हत्या ने सनसनी का माहौल बना दिया. इस घटना से लखनऊ पुलिस की कार्यशैली पर भी तमाम सवाल उठाए गए. इसके बाद पुलिस ने घटना की गंभीरता से जांच की. जांच के बाद पुलिस ने घटना का खुलासा किया. पुलिस ने बताया कि कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश सैयद आसिम ने रची थी. सैयद आसिम नागपुर का रहने वाला है. आसिम ने ही हत्या करने के लिए अशफाक व मोइनुद्दीन को तैयार किया था.
हत्या करने के लिए तैयार किया गया था पूरा नेटवर्क
राजधानी लखनऊ में हुई हिंदूवादी नेता की हत्या ने पुलिस की नाक में दम कर दिया. हालांकि बाद में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस घटना के कई राज खोले. कमलेश तिवारी की हत्या के आरोपी अशफाक व मोइनुद्दीन के अलावा इसमें और भी कई लोग शामिल थे.
हत्या करने के लिए पहले से ही एक नेटवर्क तैयार किया गया था. इस घटना के तार यूपी के कई जिलों से जुड़ हुए थे. हत्या के साजिशकर्ता सैयद आसिफ ने राशिद पठान, फैजान मेंबर, मोहसिन सलीम, मौलाना मोहम्मद जफर सादिक के साथ मिलकर एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया था.
कमलेश तिवारी को सोशल मीडिया पर मिली थी धमकी
कमलेश तिवारी हत्याकांड के लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस का कहना है कि कमलेश तिवारी ने सोशल मीडिया पर एक धर्म विशेष के लिए आपत्तिजनक बातें कही थीं, जिसके बाद सोशल मीडिया पर कमलेश तिवारी को जान से मारने की धमकी भी दी गई थी.
मिठाई के डिब्बे और चाकू ने खोला हत्या का राज
कमलेश तिवारी हत्याकांड राजधानी लखनऊ में 2019 की सबसे बड़ी आपराधिक घटना थी. दो आरोपी मोइनुद्दीन व अशफाक ने राजधानी के बीचोबीच इस घटना को अंजाम दिया था. कमलेश तिवारी की हत्या उनके कार्यालय में पहुंचकर की गई थी. वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी फरार हो गए थे.
लखनऊ में ठहरने के लिए दोनों आरोपी नाका थाना क्षेत्र के ही एक होटल में रुके थे. कमलेश तिवारी की हत्या के कई आरोपियों को पुलिस ने अपने शिकंजे में लिया है. कमलेश तिवारी की हत्या बड़ी साजिश के साथ चालाकी से की गई थी.
इसके बावजूद भी आरोपियों ने घटना से जुड़ा कुछ सामान छोड़ दिया. कमलेश तिवारी की हत्या के घटनास्थल पर पुलिस को मिठाई का एक डिब्बा व चाकू मिला. पुलिस के अनुसार मिठाई के डिब्बे में गुजरात का पता लिखा था. गहनता से जांच करने के बाद पुलिस ने तीसरे दिन एक होटल के पास आरोपियों के कपड़े बरामद किर लिए थे.
गुजरात पुलिस के साथ मिलकर की गई कार्रवाई
पुलिस को कमलेश तिवारी हत्याकांड के तार गुजरात से जुड़े होने के सबूत मिले थे, जिसके बाद यूपी पुलिस ने गुजरात पुलिस के साथ मिलकर जानकारी इकट्ठा की. एसआईटी, एसटीएफ और एटीएस ने दो आरोपियों से पूछताछ की, जिसके आधार पर पुलिस ने 6 साजिशकर्ता व 5 अन्य को गिरफ्तार कर लिया.
हत्या के आरोपियों पर कोर्ट में चल रहा मुकदमा
लखनऊ का कमलेश तिवारी हत्याकांड काफी चर्चा में रहा. काफी माथापच्ची के बाद पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया. पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए हत्या के आरोपियों की कोर्ट में सुनवाई चल रही है. इस मामले की पैरवी कर रहे वकील सुशील बाजपेई ने ईटीवी भारत से महत्वपूर्ण जानकारी साझा की.
उन्होंने कहा कि पुलिस ने हत्या के मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी है, जिसमें 13 लोगों को आरोपी बनाया गया है. 2 के ऊपर एनएसए की कार्रवाई की गई है. सभी 13 आरोपियों के ऊपर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. हत्यारोपी मोइनुद्दीन व अशफाक की मदद करने वाले 5 आरोपियों को कोर्ट ने जमानत दे दी थी, जिसके बाद पुलिस ने इन 5 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है.
हत्या के अन्य 8 साजिशकर्ता जेल में बंद हैं, जिनमें से दो आरोपियों की जमानत कोर्ट में दाखिल की गई है. लखनऊ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हत्या के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. कोर्ट में मोइनुद्दीन व अशफाक सहित सभी 13 आरोपियों के खिलाफ फांसी की मांग की गई है.