लखनऊ: राजधानी के हसनगंज क्षेत्र में दिनदहाड़े कबीर मठ के प्रशासनिक अधिकारी धीरेंद्र दास पर हुई गोलीबारी के बाद बुधवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. वहीं इस मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आलोक वर्मा और सुधीर पांडे के पास से घटना में प्रयुक्त की गई चार पहिया कार और असलहा बरामद हुआ है.
दरअसल, कबीर मठ की संपत्तियों को लेकर विवाद चल रहा है. इसी वजह से प्रशासनिक अधिकारी धीरेंद्र दास पर हमला किया गया. गोली लगने के बाद धीरेंद्र दास का ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा था, जहां उनकी बुधवार को मौत हो गई. बता दें कि इसके पहले भी 2015 में भी प्रशासनिक अधिकारी धीरेंद्र दास पर जानलेवा हमला हुआ था. उस दौरान वे बाल-बाल बचे थे.
असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस सोनम कुमार ने बताया कि आलोक वर्मा और सुधीर पांडे नाम के दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से घटना में इस्तेमाल किया गया कट्टा और गाड़ी बरामद की गई है. प्रथम दृष्टया से पूछताछ में सामने निकल कर आया है कि हत्या पैसे के लेनदेन को लेकर की गई है. फिलहाल 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है वहीं फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है.
कबीर मठ के प्रबंधक हरीश कुमार ने बताया कि मठ में लगभग 50 दुकानें बनी है, जिसे लेकर दुकान मालिकों से विवाद होता रहता है. 5-6 दुकानों को छोड़कर बाकी कोई किराया नहीं दे रहा है. अक्सर इसे लेकर मठ के लोगों और दुकानदारों में झगड़ा और कहासुनी होती रहती है. धीरेंद्र दास ने दुकानदारों के खिलाफ वर्ष 2013 में केस भी दर्ज कराया था. वहीं पुलिस ने मामले की तफ्तीश भी की थी. इस मामले में पुलिस ने चार्जशीट भी लगाई थी. केस की पैरवी धीरेंद्र दास खुद ही कर रहे थे. आशंका लगाई जा रही है कि इसी मामले को लेकर धीरेंद्र दास पर हमला किया गया, जिसमें उनकी जान चली गई.
वहीं इस संबंध में डिप्टी कमिश्नर शालिनी ने बताया कि केस के लिए एक टीम गठित की गई है, जो अलग-अलग जगह छापेमारी कर हत्यारों को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है, हालांकि मंगलवार देर रात 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और उनसे गहनता से पूछताछ की जा रही है.
इसे भी पढ़ें- लखनऊ: केजीएमयू में 3400 सैंपल की हुई कोरोना जांच, 180 पॉजिटिव निकले