ETV Bharat / state

लखनऊ नगर निगम में नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा आया सामने, निजी संस्था के खिलाफ तहरीर

author img

By

Published : Jun 10, 2023, 8:17 AM IST

लखनऊ नगर निगम एक बार फिर विवादों में है. इस बार एक निजी संस्था ने नगर निगम में नौकरी देने को दावा कर दिया है. इससे महकमे हड़कंप मचा हुआ है. हालांकि नगर निगम ने ऐसी किसी भर्ती से इनकार किया है और निजी संस्था के खिलाफ तहरीर दी है.

Etv Bharat
Etv Bharat

लखनऊ : नगर निगम लखनऊ में एक बार फिर से नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. इस बार एक निजी संस्था ने नगर निगम में नौकरी देने का दावा ठोकना शुरू किया है. शुक्रवार को नगर निगम प्रशासन को पता चला तो हड़कंप मच गया, क्योकि शासन से नियुक्त प्रतिबंधित है. ऐसे में नगर निगम ने संबंधित संस्था के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए हजरतगंज थाने में तहरीर दी है. नगर निगम की ओर से इस बारे में बयान जारी कर भी कहा गया है कि उक्त संस्था से कोई नाता नहीं. इसके अनुसार एसएलआरएल नाम की संस्था नगर निगम के नाम से नौकरी दे रही है. इस संस्था का मोबाइल नंबर 8009504508 है. नगर निगम लखनऊ स्तर से वर्तमान में शासन की ओर से किसी भी प्रकार की नियुक्ति प्रतिबन्धित की गई है, जो भी नियुक्तियां होती हैं वे लोक सेवा आयोग या शासन स्तर से की जाती हैं. इसलिए नगर निगम ने मुकदमा दर्ज करने के लिए थाना प्रभारी हजरतगंज को तहरीर सौंपी है.

लखनऊ नगर निगम में नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा.
लखनऊ नगर निगम में नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा.


नगर निगम ठेकेदारों ने पूरे भुगतान की मांग उठाई


नगर निगम कॉन्ट्रक्टर्स एसोशिएशन का प्रथम वार्षिक अधिवेशन शुक्रवार को हरीश प्रसाद अवस्थी (चुन्नन अवस्थी) व अध्यक्ष शिव नारायण तिवारी की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ. अधिवेशन में निर्वाचित यूनियन एवं ठेकेदारों ने यावर मेहंदी (असकान) को उपाध्यक्ष पद पर मनोनीत किया. इस दौरान मांग की गई कि ठेकेदारों का वित्तीय वर्ष की जगह सम्पूर्ण भुगतान किया जाए. यूनियन के समस्त सदस्यों का बीमा कराने, टेंडर के साथ होने वाले अग्रीमेंट में आर्बिट्रेशन का क्लॉज बढ़ाए जाने का सुझाव दिया गया. यूनियन के सभी पदाधिकारियों का कार्यकाल एक वर्ष की जगह तीन वर्ष किया गया है. यूनियन का अगला चुनाव जनवरी 2025 में कराया जाने का निर्णय लिया गया. यूनियन का कार्यकाल दो वर्ष के लिए बढ़ाया गया है. संरक्षक हरीश अवस्थी, प्रमोद कुमार यादव, सुरेश लोधी, अध्यक्ष राहुल सिंह, महामंत्री मुकेश पांडेय, उपाध्यक्ष पंकज गुप्ता, सौरभ पाल, रमन मिश्रा, अनूप शुक्ल, कोषाध्यक्ष राकेश सिंह, शिवम गुप्ता, संयुक्त सचिव, मनोज यादव प्रचार मंत्री, अमन श्रीवास्तव, मंत्री अनिल कुमार लोधी समस्त लोग मौजूद थे.



होर्डिंग्स के खिलाफ कार्रवाई : नगर निगम ने खतरनाक होर्डिंग व यूनीपोल को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है. अवैध प्रचार सामग्री व कमजोर स्ट्रक्चर्स के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को मुख्य मार्गों से प्रचार सामग्री हटाई गई. यूनीपोल, होर्डिंग आदि हटाने का कार्य नगर निगम कर रहा है. विज्ञापन एजेंसियों को चेतावनी दी गई है कि यदि मानकों के विपरीत या अवैध होर्डिंग पाई गईं तो मुकदमा दर्ज होगा. उधर, अवैध प्रचार सामग्री हटाने तथा कमजोर व अवैध विज्ञापन स्ट्रक्चर जैसे यूनीपोल व होर्डिंग इत्यादि की जांच कराकर कमजोर स्ट्रक्चर को हटाए जाने की कार्रवाई की गई. शहर में कुल 10 यूनीपोल से विज्ञापन फ्लैक्स हटाए गए. विभिन्न 12 स्थलों पर लोक निर्माण विभाग की ओर से स्थापित गैन्ट्रियों से विज्ञापन फ्लैक्स हटवाए गए. इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के समीप मुख्य मार्ग से नाले के ऊपर स्थापित यूनीपोल हटवाए गए. शहर में समस्त जोनों में 10 होर्डिंग्स, 80 क्यास्क बोर्ड, 10 बैनर, 500 सिम्पैक, 50 ट्री-गार्ड से विज्ञापन हटवाए गए.




यह भी पढ़ें : लखनऊ नगर निगम के महंगे फ्लैट बिक नहीं रहे, सस्ते फ्लैटों की योजना निरस्त

लखनऊ : नगर निगम लखनऊ में एक बार फिर से नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. इस बार एक निजी संस्था ने नगर निगम में नौकरी देने का दावा ठोकना शुरू किया है. शुक्रवार को नगर निगम प्रशासन को पता चला तो हड़कंप मच गया, क्योकि शासन से नियुक्त प्रतिबंधित है. ऐसे में नगर निगम ने संबंधित संस्था के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए हजरतगंज थाने में तहरीर दी है. नगर निगम की ओर से इस बारे में बयान जारी कर भी कहा गया है कि उक्त संस्था से कोई नाता नहीं. इसके अनुसार एसएलआरएल नाम की संस्था नगर निगम के नाम से नौकरी दे रही है. इस संस्था का मोबाइल नंबर 8009504508 है. नगर निगम लखनऊ स्तर से वर्तमान में शासन की ओर से किसी भी प्रकार की नियुक्ति प्रतिबन्धित की गई है, जो भी नियुक्तियां होती हैं वे लोक सेवा आयोग या शासन स्तर से की जाती हैं. इसलिए नगर निगम ने मुकदमा दर्ज करने के लिए थाना प्रभारी हजरतगंज को तहरीर सौंपी है.

लखनऊ नगर निगम में नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा.
लखनऊ नगर निगम में नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा.


नगर निगम ठेकेदारों ने पूरे भुगतान की मांग उठाई


नगर निगम कॉन्ट्रक्टर्स एसोशिएशन का प्रथम वार्षिक अधिवेशन शुक्रवार को हरीश प्रसाद अवस्थी (चुन्नन अवस्थी) व अध्यक्ष शिव नारायण तिवारी की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ. अधिवेशन में निर्वाचित यूनियन एवं ठेकेदारों ने यावर मेहंदी (असकान) को उपाध्यक्ष पद पर मनोनीत किया. इस दौरान मांग की गई कि ठेकेदारों का वित्तीय वर्ष की जगह सम्पूर्ण भुगतान किया जाए. यूनियन के समस्त सदस्यों का बीमा कराने, टेंडर के साथ होने वाले अग्रीमेंट में आर्बिट्रेशन का क्लॉज बढ़ाए जाने का सुझाव दिया गया. यूनियन के सभी पदाधिकारियों का कार्यकाल एक वर्ष की जगह तीन वर्ष किया गया है. यूनियन का अगला चुनाव जनवरी 2025 में कराया जाने का निर्णय लिया गया. यूनियन का कार्यकाल दो वर्ष के लिए बढ़ाया गया है. संरक्षक हरीश अवस्थी, प्रमोद कुमार यादव, सुरेश लोधी, अध्यक्ष राहुल सिंह, महामंत्री मुकेश पांडेय, उपाध्यक्ष पंकज गुप्ता, सौरभ पाल, रमन मिश्रा, अनूप शुक्ल, कोषाध्यक्ष राकेश सिंह, शिवम गुप्ता, संयुक्त सचिव, मनोज यादव प्रचार मंत्री, अमन श्रीवास्तव, मंत्री अनिल कुमार लोधी समस्त लोग मौजूद थे.



होर्डिंग्स के खिलाफ कार्रवाई : नगर निगम ने खतरनाक होर्डिंग व यूनीपोल को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है. अवैध प्रचार सामग्री व कमजोर स्ट्रक्चर्स के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को मुख्य मार्गों से प्रचार सामग्री हटाई गई. यूनीपोल, होर्डिंग आदि हटाने का कार्य नगर निगम कर रहा है. विज्ञापन एजेंसियों को चेतावनी दी गई है कि यदि मानकों के विपरीत या अवैध होर्डिंग पाई गईं तो मुकदमा दर्ज होगा. उधर, अवैध प्रचार सामग्री हटाने तथा कमजोर व अवैध विज्ञापन स्ट्रक्चर जैसे यूनीपोल व होर्डिंग इत्यादि की जांच कराकर कमजोर स्ट्रक्चर को हटाए जाने की कार्रवाई की गई. शहर में कुल 10 यूनीपोल से विज्ञापन फ्लैक्स हटाए गए. विभिन्न 12 स्थलों पर लोक निर्माण विभाग की ओर से स्थापित गैन्ट्रियों से विज्ञापन फ्लैक्स हटवाए गए. इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के समीप मुख्य मार्ग से नाले के ऊपर स्थापित यूनीपोल हटवाए गए. शहर में समस्त जोनों में 10 होर्डिंग्स, 80 क्यास्क बोर्ड, 10 बैनर, 500 सिम्पैक, 50 ट्री-गार्ड से विज्ञापन हटवाए गए.




यह भी पढ़ें : लखनऊ नगर निगम के महंगे फ्लैट बिक नहीं रहे, सस्ते फ्लैटों की योजना निरस्त

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.