लखनऊ: धौराहरा से कांग्रेस का टिकट पा चुके जितिन प्रसाद के अब लखनऊ से लोकसभा चुनाव लड़ने की संभावना काफी कम है. जितिन के लखनऊ से चुनाव लड़ने के कयासों पर जल्द ही विराम लग सकता है. हाल ही में खबर सामने आई थी कि कांग्रेस जितिन को धौरहरा से हटाकर पार्टी लखनऊ से राजनाथ सिंह के सामने प्रत्याशी बना रही है.
भारतीय जनता पार्टी के लखनऊ लोकसभा सीट से प्रत्याशी राजनाथ सिंह के सामने कांग्रेस जितिन प्रसाद को चुनाव मैदान में उतारना चाहती थी. इसके लिए जितिन को धौराहरा सीट छोड़नी पड़ रही थी, जिसका जितिन ने विरोध भी किया था. यह भी चर्चा जोर पकड़ी कि जितिन नाराजगी के चलते कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में ज्वाइन हो रहे हैं. हालांकि राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले जितिन को राहुल ने मना लिया.
लखनऊ से जितिन को चुनाव लड़ाने की योजना पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की थी, लेकिन अब एक बार फिर जितिन पार्टी हाईकमान को मनाने में कामयाब हो गए हैं. इसके बाद अब वे लखनऊ के बजाय अपनी धौराहरा सीट से ही कांग्रेस के प्रत्याशी हो सकते हैं. हालांकि इस पर प्रदेश मुख्यालय पर कोई भी कुछ बताने को तैयार नहीं है, लेकिन विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि अब जितिन लखनऊ नहीं आएंगे.
बता दें कि लखनऊ से पार्टी हाईकमान के चुनाव लड़ाने को लेकर तो जितिन खफा थे ही धौराहरा सीट से भी वे इस बार चुनाव लड़ना नहीं चाहते थे. उन्होंने अपने लिए सीतापुर की लोकसभा सीट की मांग की थी, लेकिन पार्टी ने इसे दरकिनार कर उन्हें धौराहरा की सीट पर ही प्रत्याशी घोषित किया था. इसके बाद जब धौराहरा सीट पर लड़ने से जितिन नाराज हुए तो हाईकमान ने उन्हें लखनऊ से लड़ाने की योजना बना ली. बताते हैं कि शर्त ये भी थी कि अगर राजनाथ के सामने जितिन चुनाव हारते हैं तो पार्टी उन्हें राज्यसभा भेजेगी.