जहानाबाद: जेएनयू के छात्र नेता शरजील इमाम के भाई मुजम्मिल इमाम को पुलिस ने हिरासत में लिया है. सीएए के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के दौरान भड़काऊ भाषण देने के मामले में जेएनयू के छात्र नेता शरजील इमाम की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच शरजील इमाम की तलाश में जुट गई है. इसके लिए मुंबई, दिल्ली और पटना में रेड करने के लिए कई टीमें बनाई गई हैं.
पटना में मिला शरजील का आखिरी लोकेशन
रविवार को पुलिस ने बिहार के जहानाबाद जिले में स्थित उसके पैतृक आवास पर छापेमारी की थी. इसके बाद स्पेशल टीम पटना पहुंची. यहां टीम ने तीन जगह छापेमारी की, जिसमें सब्जी बाग, बारी पथ स्थित लंगरटोली और फकरुद्दीन प्लाजा शामिल हैं. हालांकि पुलिस के हाथ शरजील नहीं लगा. सूत्रों की मानें तो शरजील की आखिरी लोकेशन पटना में मिली है.
शरजील की गिरफ्तारी जल्द: एसएसपी
पटना एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि केंद्रीय एजेंसियां पटना पुलिस के संपर्क में हैं. उपेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि शरजील इमाम की गिफ्तारी के लिए कई एजेंसियां काम कर रही हैं. पटना पुलिस केंद्रीय एजेंसियों का सहयोग कर रही है. शरजील इमाम की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. कुछ जगहों को चिन्हित किया गया है. हालांकि पुलिस इस मामले में आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं बोल रही.
शरजील की मां बोलीं- मेरा बेटा जल्द आएगा सामने
इस बीच शरजील इमाम की मां अफशां परवीन ने आरोप लगाया है कि उसके बेटे के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है. उन्होंने दावा किया कि उनका बेटा जैसा दिखाया जा रहा है, वैसा नहीं है. उन्होंने कहा, 'मेरे बेटे को फंसाया जा रहा है. वह केवल एनआरसी का विरोध कर रहा था. परवीन ने कहा कि कई दिनों से उनकी अपने बेटे से बातचीत नहीं हो रही है, लेकिन वह कोई चोर-उचक्का नहीं है कि वह फरार है, वह जल्द ही सामने आएगा. उन्होंने कहा कि हम सभी को कानून पर भरोसा है और उन्हें न्याय मिलेगा.
शरजील के चाचा कहा- सभी को अपनी बात रखने का हक है
शरजील के चाचा अरशद ने कहा, 'उसने अपनी बात रखी है. इस लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का हक है. जो लोग उसे देशद्रोही कह रहे हैं उन्हें उसका पूरा भाषण सुनना चाहिए. वह तो आंदोलन की रणनीति पर बात कर रहा था.'
जेएनयू से पीएचडी कर चुका है शरजील
- शरजील इमाम ने आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है.
- ग्रेजुएशन के बाद दो साल तक उसने बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में डेवलपर के तौर पर काम किया.
- 2013 में जेएनयू में आधुनिक इतिहास में मास्टर्स करने के लिए एडमिशन लिया.
- शरजील ने एमफिल और फिर पीएचडी भी किया.
- बताया जाता है कि शरजील इमाम ने डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगेन में भी नौकरी की है.