लखनऊ / नई दिल्ली: हैदराबाद रेप-मर्डर कांड के बाद आम लोगों के साथ-साथ नेताओं में भी रोष व्याप्त है. उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सपा सांसद जया बच्चन ने लगातार इस बात को शीतकालीन सत्र में राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान उठाया है. बुधवार को सदन की कार्यवाही के दौरान जया बच्चन ने महिलाओं की सुरक्षा संबंधी कुछ सुझाव भी दिए हैं. साथ ही उन्होंने छात्राओं के छात्रावास में सुविधाओं और सुरक्षा पर ध्यान देने की बात कही है.
सदन की कार्यवाही के दौरान जया बच्चन ने कहा कि यूजीसी (यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन) की गाइडलाइन के हिसाब से महिलाओं के छात्रावासों में किसी भी पुरुष का बिना वैध पास के जाना निषेध है. एक काउंसलिंग सेंटर और महिला गार्ड का होना भी अनिवार्य है. इस सब का लेकिन क्या मतबल है, जब सुरक्षा के सही इंतेजाम हैं ही नहीं. कुछ छात्रावास का उद्दाहरण देते हुए जया बच्चन ने बताया कि पहले छात्राओं को परिवार वालों से मिलने के लिए विजिटिंग रूम बनाए गए थे, ताकि छात्राओं को बाहर न जाना पड़े. कुछ दिन बाद ही उन विजिटिंग रूम्स को दफ्तर में तबदील कर दिया गया, अब फिर छात्राओं को किसी से भी मिलने के लिए गेट तक जाना पड़ता है.
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साथ ही सांसद ने कहा कि कई छात्रावास में जरूरी चीजें नहीं हैं. न तो साफ पानी है और न ही छात्रावास में डॉक्टर और डिस्पेंसरी की सुविधा. छात्राओं के छात्रावास में यह चीजे अनिवार्य रूप से होनी चाहिएं. ऐसे छात्रावासों को शो कॉज नोटिस भी दिए गए हैं. साथ ही उन्होंने अनुरोध करते हुए कहा कि शिक्षा विभाग इन छात्रावासों पर कार्रवाई करे.