लखनऊ : बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा के स्तर और शिक्षकों के गुणवत्ता को सुधारने के लिए ब्लॉक स्तर पर स्थापित रिसोर्स सेंटर्स (बीआरसी) अपग्रेड किया जाएगा. इसके तहत हर बीआरसी पर भारत सरकार की सहायता से आईटीसी लैब की स्थापना होगी, जिसके तहत यहां पर ब्लॉक स्तर पर होने वाले सभी कामों की जानकारी ऑनलाइन बेसिक शिक्षा विभाग को भेजी जाएगी. इसके तहत हर बीआरसी को कंप्यूटर, फर्नीचर सहित कई तरह की सुविधाओं से लैस किया जाएगा. भारत सरकार की तरफ से मिले अनुदान व उत्तर प्रदेश सरकार के अनुदान को मिलाकर बेसिक शिक्षा विभाग ने 430.00 लाख रुपए के बजट का प्रावधान इस योजना के लिए किया है.
प्रदेश में हर बीआरसी को मिला ₹50 हजार : महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद की तरफ से प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में दिशा निर्देश भेज दिए गए हैं. निर्देश में कहा गया है कि 29 सितंबर को भारत सरकार की ओर से इस योजना के लिए बजट आवंटित किया गया था. इसके तहत सभी जिलों को अब पूरी राशि का आवंटन कर दिया गया है. ऐसे में प्रत्येक विकासखंड में स्थित में (कुल 746 बीआरसी) में आईटीसी लैब की स्थापना के लिए ₹50 हजार की धनराशि आवंटित की गई है. इसके तहत हर बीआरसी में 7 कंप्यूटर, ओपीएस सहित इलेक्ट्रॉनिक पैनल, बैटरी, इनबिल्ट माइक्रोफोन सहित एचडी वेब कैमरा, मल्टी फंक्शन प्रिंटर सहित फर्नीचर आदि की व्यवस्था की जानी है. इस लैब के लिए करीब 30 मीटर लंबा और 18 फीट चौड़ा कैमरे का निर्माण हर बीआरसी पर अलग से होना अनिवार्य है.
सूचना भेजने में विभाग को होगी आसानी : महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि 'बीआरसी स्तर पर आईटीसी लैब की स्थापना होने से बेसिक विभाग को काफी फायदा होगा. ब्लाॅक स्तर पर टीचरों को जरूरी चीजों की ट्रेनिंग कराई जा सकती है. साथ ही विभाग को विद्यालय से संबंधित बीआरसी लेवल से जो भी जानकारी चाहिए बहुत आसानी से इस लैब के माध्यम से परिषद को भेजी जा सकती है. उन्होंने बताया कि कई बार विद्यालयों के शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए अपने ब्लॉक से 50-50 किलोमीटर दूर तक जाना होता है, लेकिन इन लैब की स्थापना हो जाने से अब संबंधित सभी विद्यालयों के शिक्षकों की, जरूरी ट्रेनिंग वहीं पर कराई जा सकती है.'