अयोध्या: सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आज केंद्र सरकार ने श्री राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का निर्माण किया है. वहीं पीएम मोदी ने संसद में घोषणा करते हुए यह भी कहा कि मुस्लिमों को 5 एकड़ जमीन देंगे. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट से प्रस्ताव पास करवाते हुए अयोध्या जिले के सोहावल तहसील में देने की बात कही. इस मामले पर संतों में खुशियों की लहर है. इकबाल अंसारी ने भी राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट की घोषणा का स्वागत किया है.
इकबाल अंसारी ने राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट की घोषणा का किया स्वागत
इकबाल अंसारी ने कहा है कि हम सभी का स्वागत करते हैं. हमारे घर के पास दिखाई गई जमीन ही हमें दी जाए, हम उसपर स्कूल और हॉस्पिटल बनाकर श्रीरामलला की सेवा करेंगे. अयोध्या धर्म की नगरी है यहां सभी धर्मों के देवी-देवता निवास करते हैं. संसद में पीएम मोदी ने आज राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट की घोषणा की है उसका मैं स्वागत करता हूं. सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिमों को 5 एकड़ जमीन देने का आदेश हुआ, लेकिन हमसे किसी सरकारी अधिकारी ने बात नहीं की न ही हमसे कुछ बताया.
मस्जिद के लिए मिलने वाली जमीन पर बनाएंगे हॉस्पिटल और स्कूल
इकबाल अंसारी ने कहा कि हमने आपके माध्यम से जो अपने घर के सामने जमीन दिखाई थी, सरकार को उस पर ध्यान देना चाहिए. हम उस पर हॉस्पिटल बनाएंगे. बच्चों के लिए स्कूल बनाएंगे, जिससे गंगा जमुनी तहजीब और मजबूत होगी, बच्चों की तालीम और अच्छी बनेगी और हमारे घर के पास में एक मस्जिद है सरकार चाहे तो उसे विकसित कर दें. दूसरी मस्जिद बनाने की आवश्यकता नहीं है. पहले से बनी हुई मस्जिद को और विकसित करके उस पूरे 5 एकड़ में हम स्कूल और हॉस्पिटल बनाएंगे.
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अयोध्या में ही चाहिए जमीन
इकबाल अंसारी ने कहा कि हमने पहले ही अपने घर के पास की जमीन का प्रस्ताव रखा था. सरकार को उस पर फिर पूछना चाहिए. हमारे पास कोई भी लिखित जानकारी नहीं है. इसलिए हम उस पर अभी ज्यादा कोई बात नहीं करेंगे. रौनाही के पास जमीन जो देने की बात कही जा रही है. उसकी लिखित जानकारी मिलेगी तो हम कोई बात कह सकेंगे, लेकिन जमीन अयोध्या में ही चाहिए.
इकबाल अंसारी ने कहा कि जमीन को लेकर हमसे किसी सरकारी अधिकारी ने बात नहीं की हमसे कुछ भी नहीं पूछा गया. हम केंद्र सरकार से खुश हैं. अगर हमारे घर के पास की जमीन दी जाती है तो हम 500 लोगों के रुकने की मुफ्त व्यवस्था वाला धर्मशाला खोलेंगे, हॉस्पिटल खोलेंगे और बच्चों का स्कूल भी खोलेंगे, जिसमें उन्हें मुफ्त शिक्षा दी जाएगी.