लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी सरकार के मजबूत सहयोगी ओमप्रकाश राजभर ने 39 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान कर पूर्वी उत्तर प्रदेश में चुनावी समीकरण बदल दिए हैं. ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि वह अपने समाज के साथ धोखा नहीं कर सकते. सरकार चाहे तो उन्हें मंत्री पद से हटा सकती है, लेकिन अब चुनाव मैदान से प्रत्याशी नहीं हटेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि वो किसी के साथ चुनावी गठबंधन भी करने नहीं जा रहे हैं.
ईटीवी भारत के साथ बातचीत में बुधवार को ओमप्रकाश राजभर ने बताया कि 3 दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जेपी नड्डा के साथ उनकी मीटिंग हुई, जिसमें घोसी सीट पर भाजपा के चुनाव निशान पर प्रत्याशी उतारने के लिए कहा गया. इसका उन्होंने विरोध किया और कहा कि वो किसी भी एक सीट पर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन अपनी पार्टी के चुनाव निशान पर. भाजपा के दोनों नेता इस बात के लिए तैयार नहीं हुए, तो उन्हें हारकर अपने प्रत्याशियों का एलान करना पड़ा.
निषाद पार्टी भाजपा के चुनाव निशान पर लड़ रही है. इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर निषाद पार्टी अपने समाज के साथ धोखा कर रही है तो वह करे, लेकिन मैं नहीं कर सकता. ओमप्रकाश राजभर ने निषाद पार्टी के नेता संजय निषाद पर समाज का गला काटने का भी आरोप लगाया. प्रदेश सरकार में बने रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा नेता चाहे तो हमें बाहर कर दें. हंसते हुए उन्होंने कहा कि हम तो फकीर हैं, झोला उठाकर चले जाएंगे.
किसी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन की संभावना से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी अब सभी 39 सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी. भाजपा की दलित, पिछड़ी विरोधी मानसिकता को बेनकाब करेंगे. उनसे जब पूछा गया कि समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव उनकी बड़ी तारीफ करते हैं तो उन्होंने कहा कि वह शेर हैं, सियार नहीं. शेर की तारीफ सभी लोग करते हैं.