लखनऊ : हर साल आठ मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. इसी के तहत रविवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में साइकिल रैली आयोजित हुई. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने हरी झंडी दिखाकर साइकिल रैली को रवाना किया. इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि इस साल “स्वस्थ महिला स्वस्थ भारत” थीम के तहत अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को मनाया जा रहा है. इसी के तहत साइकिल फॉर हेल्थ” उद्देश्य के साथ रैली का आयोजन किया गया है. महिला यदि स्वस्थ होगी तो परिवार भी स्वस्थ रहेगा. पूरे परिवार की जिम्मेदारी महिला पर होती है. यदि परिवार में महिला पहल करे कि स्वस्थ रहने के लिए वह साइकिल से अपने कार्यालय या रोजमर्रा के सामान लेने के लिए बाजार जाएगी तो उसे देखकर बच्चे भी अनुसरण करेंगे. यहां पर उपस्थित सभी महिलाएं इस बात का प्रण लें कि वह स्वयं भी दिन में कम से कम 30 मिनट साइकिल चलाएंगी और परिवार के सदस्यों, दोस्तों पड़ोसियों को साइकिल चलाने के लिए प्रोत्साहित करेंगी.
साइकिल चलाने से हृदय, फेफड़ों और वाहिकाओं का व्यायाम आसानी से हो जाता है. मोटापे से ग्रसित लोगों के लिए साइकिल चलाना बहुत ही फायदेमंद है. एक अध्ययन में पाया गया है कि 30 मिनट तक साइकिल चलाने से 200 से 300 कैलोरी खर्च होती है जो शरीर के अतिरिक्त वसा को कम करने में मदद करती है. आज के भागदौड़ की जिंदगी में लोग साइकिल के बजाय स्कूटर या कार का ज्यादा उपयोग करते हैं जबकि साइकिल चलाने से शरीर स्वस्थ रहता है. हम आरामदायक जीवन जीने के कारण गैर संचारी रोगों जैसे हाइपरटेंशन, मोटापे, डायबिटीज आदि से ग्रसित हो रहे हैं. इसके अलावा साइकिल चलाने से प्रदूषण बिल्कुल भी नहीं होता है. हमारी आपकी सभी की जिम्मेदारी है कि पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त बनाएं. नियमित साइकलिंग कर बच्चे, युवा बुजुर्ग, महिला पुरुष सभी सभी अपने के स्वस्थ रख सकते हैं. विशेषज्ञों का मानना है नियमित 30 मिनट साइकिल चलाने से जीवनशैली से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं से काफी हद तक काबू पाया जा सकता है.
इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. बिमल बैसवार, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. निशांत निर्वाण, डाॅ. सोमनाथ सिंह, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव, समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अधीक्षक, जिला तंबाकू सलाहकार डाॅ. मयंक चौधरी शिक्षिकाएं, एनसीसी के कैडेट्स, एनएसएस के स्वयंसेवक आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय का स्टाफ मौजूद रहा.
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित हुआ मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला : जिले के सभी ग्रामीण व नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (पीएचसी) पर रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेला आयोजित हुआ. आरोग्य मेले में गर्भावस्था एवं प्रसवकालीन सेवाएं, पूर्ण टीकाकरण, बच्चों में डायरिया व निमोनिया के रोकथाम, बचाव और उपचार की जानकारी और सुविधाएं दी जा रही हैं. कुपोषित बच्चों की पहचान और उनके उपचार के लिए समुचित कार्यवाही की जा रही है. परिवार कल्याण कार्यक्रमों के तहत बास्केट ऑफ च्वाइस के बारे में मेले में आने वाले लोगों को बताया जा रहा है और इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधन भी मुहैया कराए जा रहे हैं. इसके अलावा ओपीडी की सेवाओं के साथ ही फाइलेरिया, दिमागी बुखार, टीबी, मलेरिया, डेंगू, एवं कुष्ठ रोग से सम्बंधित जानकारी, आवश्यक जांच, उपचार और संदर्भन (रेफर) की सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं.
आरोग्य मेले के दौरान स्वास्थ्य केंद्र पर राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना सहित अन्य कार्यक्रमों के स्टॉल लगाए गए. मेले में बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग(आईसीडीएस) ने भी अपना स्टाल लगाया. जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया कि जिले के स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित इस आरोग्य मेले का कुल 4482 लोगों ने लाभ उठाया, जिसमें 1734 पुरुष, 1984 महिलाएं और 764 बच्चे शामिल हैं. इस दौरान आयुष्मान भारत योजना के 10 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड भी बनाया गया. इसके साथ ही 51 लोगों ने कोविड एंटीजन टेस्ट कराया, सभी निगेटिव आए.
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