लखनऊ: बिजनौर के कपड़ा व्यापारी का आजमगढ़ से बोलेरो सवार कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था. इस मामले में हसनगंज थाने के दारोगा अनुराग द्विवेदी और सिपाही यूसुफ को पहले निलंबित फिर गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं लापरवाही बरतने के आरोप में हसनगंज थाना प्रभारी राजकुमार को निलंबित कर दिया गया है.
पुलिस पर कारोबारी का अपहरण का आरोप
पीड़ित बिजनौर निवासी इश्तियाक कपड़े का कारोबार करते हैं. हसनगंज थाने में उन्होंने तहरीर दी थी, जिसके बाद 7 लोगों को खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस को बताया कि बीते बुधवार को आजमगढ़ में बस अड्डे के पास बोलेरो सवार कुछ लोगों ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर चोरों के बारे में पूछताछ की, फिर जबरन उन्हें गाड़ी में बैठा लिया. आजमगढ़ से अपहरण कर लाया गया और उन्हें लखनऊ के हसनगंज इलाके में गेस्ट हाउस में बंधक बना लिया गया. आरोपियों ने पिटाई कर न सिर्फ नकदी व कपड़े लूट लिए बल्कि परिजनों से फिरौती भी मांगी. पीड़ित ने दो पुलिसकर्मियों, एक बर्खास्त सिपाही समेत छह लोगों के खिलाफ हसनगंज कोतवाली में तहरीर दी. आरोप है कि हसनगंज के निरालानगर आठ नंबर चौराहे के पास 20 हजार रुपये, 50 हजार का माल और मोबाइल छीन भी लिया.
घरवालों से मांगी फिरौती
आरोपियों ने इश्तियाक के घर फोन कर 1.20 लाख रुपये फिरौती की मांग की. परिजनों ने चिनहट में रहने वाले रिश्तेदार से संपर्क कर इश्तियाक की मदद के लिए कहा. रिश्तेदार फिरौती की रकम लेकर गेस्ट हाउस पहुंचे. आरोप है कि रिश्तेदार ने जब इश्तियाक से मिलने के बाद रुपये देने की बात कही तो आरोपियों ने उन्हें भी पीट दिया. इस पर वह जान बचाकर शोर मचाते हुए वहां से भागे. खुद को फंसते देख सभी आरोपी भाग निकले. पीड़ित इश्तियाक ने रिश्तेदार के साथ हसनगंज कोतवाली जाकर तहरीर दी मगर पुलिस ने घटनास्थल आजमगढ़ बताकर उन्हें टरका दिया. पीड़ित ने हसनगंज थाने के एक दारोगा, एक सिपाही, बर्खास्त सिपाही, दो हिस्ट्रीशीटरों सहित छह लोगों पर घटना में शामिल होने का आरोप लगाया.
पुलिस ने शिकायत मिलने पर नहीं की कार्रवाई
पुलिस ने जब इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की तो कारोबारी ने पुलिस के आला अफसरों के पास गुहार लगाई. पीड़ित का कहना है कि जब उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी तो हसनगंज पुलिस मौके पर पहुंची थी. उस वक्त सभी आरोपी गेस्ट हाउस में ही मौजूद थे. आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों को मामला मैनेज करने की सलाह दी. पुलिस के जाने पर आरोपी मामले को रफादफा करने की बात कहकर भाग गए. जब इस मामले ने तूल पकड़ो तो हसनगंज थाने के दारोगा अनुराग द्विवेदी और सिपाही यूसुफ को निलंबित करते हुए गिरफ्तार कर लिया गया. जबकि थाना प्रभारी राजकुमार को निलंबित कर दिया गया है.