लखनऊ: राजधानी के हजरतगंज स्थित वीरांगना झलकारी बाई महिला अस्पताल में यूपी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम निरीक्षण करने पहुंची. इस दौरान उन्होंने प्रसव रूम से लेकर शौचालय तक का निरीक्षण किया.
विमला बाथम ने डॉक्टरों की टीम के साथ अस्पताल का निरीक्षण शुरू किया. इस दौरान उन्होंने महिला मरीजों से बातचीत कर अस्पताल की व्यवस्था का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान अस्पताल में बेड की कमी और अस्पताल में महिलाओं के लिए प्रसाधन की कमी को लेकर उन्होंने नाराजगी जताई. विमला बाथम ने जब अस्पताल की सीएमएस डॉ. रंजना खरे से सुमंगला योजना के तहत महिलाओं को सुविधा देने की बात कही तो सीएमएस को सुमंगला योजना के बारे में कुछ पता ही नहीं था. बाकी डॉक्टरों ने बताया कि सुमंगला योजना के तहत जो भी महिलाओं को सुविधा मिलनी चाहिए, वह सीएमएस की तरफ से मिलती है. आयोग के अध्यक्ष ने प्राइवेट और जनरल वार्ड समेत आईसीयू का भी निरीक्षण किया.
महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम निरीक्षण कर ही रही थीं तभी राजाजीपुरम निवासी यशव आफदी की पत्नी ने ट्रेनी नर्स पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए उसकी शिकायत की. महिला का कहना था कि गलत इंजेक्शन लगने से महिला की तबीयत बिगड़ गई. इससे पहले भी कई बार शिकायत हुई है कि नर्स की लापरवाही से कई प्रसूताओं की तबीयत बिगड़ चुकी है. इस पर महिला आयोग की अध्यक्ष ने अस्पताल को निर्देश दिया कि किसी भी तरह से कोई भी लापरवाही नहीं चलेगी. अध्यक्ष विमला बाथम पीड़ित गर्भवती महिला से भी मिलीं. उन्होंने आश्वासन दिया कि आगे से ऐसा अस्पताल प्रशासन बिल्कुल भी नहीं करेगा. विमला बाथम ने कहा कि अनाड़ी लोगों की अस्पताल में आवश्यकता नहीं है, इसलिए ट्रेनी नर्स से काम लेने की वजह अगर वरिष्ठ नर्स काम करेगी तो ज्यादा बेहतर होगा.