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उदयपुर घटना को लेकर सोशल मीडिया में किया भड़काऊ पोस्ट तो होगी जेल, यूपी पुलिस की चेतावनी

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Published : Jul 2, 2022, 2:04 PM IST

राजस्थान के उदयपुर जिले में दर्जी कन्हैया लाल की निर्मम हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद सोशल मीडिया में उबाल है. एक धड़ा इस घटना की निंदा कर रहा है तो कुछ ऐसे लोग है जो घटना को जायज ठहराते हुए आरोपियों की तारीफ में कसीदे पढ़ रहे है. वहीं, यूपी पुलिस ने दोनों ही तरह के लोगों को चेतावनी देते कहा कि अगर मुद्दे को लेकर आग भड़काई गई तो जेल भेज दिया जाएगा.

उदयपुर घटना
उदयपुर घटना

लखनऊ: राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार को पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा का समर्थन करने के बाद एक व्यक्ति की निर्मम हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद सोशल मीडिया में उबाल है. एक धड़ा इस घटना की निंदा कर रहा है तो कुछ ऐसे लोग है जो घटना को जायज ठहराते हुए आरोपियों की तारीफ में कसीदे पढ़ रहे है. यूपी पुलिस ने ऐसे दोनों ही तरह के लोगों को चेतावनी दे दी है कि सोशल मीडिया में आग भड़काई तो जेल भेज दिए जाएंगे.

भड़काऊ पोस्ट कर हत्यारों का कर रहे समर्थन
मेरठ में कन्हैया लाल की हत्या करने वाले आरोपियों के समर्थन में जश्न मनाया गया और उसे सोशल मीडिया में पोस्ट कर दिया गया. वहीं नोएडा में एक युवक ने हत्यारों का समर्थन करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया में पोस्ट किया. यूपी पुलिस ने दोनों ही लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, उदयपुर घटना के बाद से ही सोशल मीडिया में एक धड़ा कन्हैया लाल का गला काटने वालों के समर्थन में पोस्ट कर यूपी का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में यूपी पुलिस मुख्यालय की तरफ से यह चेतावनी दे दी गयी है कि अगर सोशल मीडिया के माध्यम से राज्य का सौहार्द खराब करने की कोशिश की गई तो जेल भेज दिए जाएंगे.

उदयपुर के आरोपियों के समर्थकों को किया जा रहा चिन्हित
यूपी पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बीते दिनों कानपुर व प्रयागराज समेत 12 जिलों में हुई हिंसा के बाद इन संवेदनशील जिलों में एक डिजिटल फोर्स तैनात की गई थी. अब इसी डिजिटल फोर्स ने कई ऐसे सोशल मीडिया एकाउंट व ग्रुप चिन्हित किये हैं, जिनमें उदयपुर की घटना से संबंधी भड़काऊ व हत्यारों के समर्थन में पोस्ट किए जा रहे है. सूत्रों के मुताबिक, लगभग 15 ऐसे फेसबुक एकाउंट अब तक चिन्हित किये जा चुके है, जिनमें हत्या और हत्या को प्रोत्साहित, महिमामंडित से संबंधित पोस्ट किए जा रहे है. यही नहीं 'सिर तन से जुडा' इस हैशटेग के साथ योजनाबद्ध तरीके से ट्रेंड कराने की कोशिश की जा रही है. इन एकाउंट धारकों ओर लोकल इंटीलेजेंस नजर रख रही है.

भड़काऊ पोस्ट करने वाले जाएंगे जेल
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा है कि उदयपुर घटना के बाद हम लोग सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग कर रहे है. सभी धर्मगुरुओं की तरफ से स्टेटमेंट आ जाये, ताकि हमारा संवाद बन जाये. सोशल मीडिया में अगर कोई भड़काऊ या जानबूझ कर गड़बड़ी करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

यूपी एटीएस एडीजी नवीन अरोड़ा ने कहा है कि उन्हें शक है कि यूपी में कुछ ऐसे तत्व हो सकते है जो कन्हैया लाल की हत्या करने वाले आरोपी मोहम्मद रियाज व गौस मोहम्मद की ही तरह कट्टर विचारधारा से प्रेरित हो और सोशल मीडिया के माध्यम से कट्टरता फैलाने को कोशिश में लिप्त हो. ऐसे में उन्हें दोनों आरोपियों के रिमांड का इंतजार है. जैसे ही राजस्थान पुलिस या एनआईए को उनकी रिमांड मिलती है उनसे इस बाबत जानकारी इक्कठा की जाएगी.

उदयपुर से जुड़े पोस्ट हटाने के लिए दी नोटिस
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 29 जून को सोशल मीडिया कंपनियों एक नोटिस दी है. इसमें कहा गया है, इस नोटिस के माध्यम से आपको तत्काल यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जाता है कि सुरक्षा और विश्वास के अपने दायित्व के हिस्से के रूप में आप टैक्सट मैसेज, ऑडियो, वीडियो, फोटो या किसी भी रूप में पोस्ट ऐसी सामग्री को तुरंत हटा दें जो इस हत्या और हत्या को प्रोत्साहित, महिमामंडित उचित ठहराती हों. ऐसी सामग्री को हटाए जाने की जरूरत है ताकि सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी तरह की गड़बड़ी और व्यवधान को रोका जा सके और लोक शांति और सद्भाव को बहाल किया जा सके.

क्या थी उदयपुर की घटना?
राजस्थान के उदयपुर जिले में भूत महल क्षेत्र में टेलर कन्हैया लाल की उसकी दुकान के अंदर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. बताया गया कि टेलर के 8 साल के बेटे ने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा के समर्थन में स्टेटस लगा दिया था. मोहम्मद रियाज व गौस मोहम्मद कन्हैया लाल की दुकान में कपड़े का माप देने के लिए घुसे. मौका मिलते ही उस पर धारदार हथियार से वार किए. जिसके बाद कन्हैया लाल की मौके पर ही मौत हो गई. घटना के एक वीडियो में आरोपियों ने हत्या की जिम्मेदारी ली. घटना में शामिल एक हत्यारे रियाज मोहम्मद ने दर्जी की हत्या करने से 11 दिन पहले एक धमकी भरा वीडियो भी अपलोड किया था. फिलहाल दोनों जेल में हैं.

इसे भी पढ़ें- कमलेश तिवारी की पत्नी को जान से मारने की धमकी, उर्दू में लिखा- 'पति के पास पहुंचा देंगे'

लखनऊ: राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार को पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा का समर्थन करने के बाद एक व्यक्ति की निर्मम हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद सोशल मीडिया में उबाल है. एक धड़ा इस घटना की निंदा कर रहा है तो कुछ ऐसे लोग है जो घटना को जायज ठहराते हुए आरोपियों की तारीफ में कसीदे पढ़ रहे है. यूपी पुलिस ने ऐसे दोनों ही तरह के लोगों को चेतावनी दे दी है कि सोशल मीडिया में आग भड़काई तो जेल भेज दिए जाएंगे.

भड़काऊ पोस्ट कर हत्यारों का कर रहे समर्थन
मेरठ में कन्हैया लाल की हत्या करने वाले आरोपियों के समर्थन में जश्न मनाया गया और उसे सोशल मीडिया में पोस्ट कर दिया गया. वहीं नोएडा में एक युवक ने हत्यारों का समर्थन करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया में पोस्ट किया. यूपी पुलिस ने दोनों ही लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, उदयपुर घटना के बाद से ही सोशल मीडिया में एक धड़ा कन्हैया लाल का गला काटने वालों के समर्थन में पोस्ट कर यूपी का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में यूपी पुलिस मुख्यालय की तरफ से यह चेतावनी दे दी गयी है कि अगर सोशल मीडिया के माध्यम से राज्य का सौहार्द खराब करने की कोशिश की गई तो जेल भेज दिए जाएंगे.

उदयपुर के आरोपियों के समर्थकों को किया जा रहा चिन्हित
यूपी पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बीते दिनों कानपुर व प्रयागराज समेत 12 जिलों में हुई हिंसा के बाद इन संवेदनशील जिलों में एक डिजिटल फोर्स तैनात की गई थी. अब इसी डिजिटल फोर्स ने कई ऐसे सोशल मीडिया एकाउंट व ग्रुप चिन्हित किये हैं, जिनमें उदयपुर की घटना से संबंधी भड़काऊ व हत्यारों के समर्थन में पोस्ट किए जा रहे है. सूत्रों के मुताबिक, लगभग 15 ऐसे फेसबुक एकाउंट अब तक चिन्हित किये जा चुके है, जिनमें हत्या और हत्या को प्रोत्साहित, महिमामंडित से संबंधित पोस्ट किए जा रहे है. यही नहीं 'सिर तन से जुडा' इस हैशटेग के साथ योजनाबद्ध तरीके से ट्रेंड कराने की कोशिश की जा रही है. इन एकाउंट धारकों ओर लोकल इंटीलेजेंस नजर रख रही है.

भड़काऊ पोस्ट करने वाले जाएंगे जेल
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा है कि उदयपुर घटना के बाद हम लोग सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग कर रहे है. सभी धर्मगुरुओं की तरफ से स्टेटमेंट आ जाये, ताकि हमारा संवाद बन जाये. सोशल मीडिया में अगर कोई भड़काऊ या जानबूझ कर गड़बड़ी करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

यूपी एटीएस एडीजी नवीन अरोड़ा ने कहा है कि उन्हें शक है कि यूपी में कुछ ऐसे तत्व हो सकते है जो कन्हैया लाल की हत्या करने वाले आरोपी मोहम्मद रियाज व गौस मोहम्मद की ही तरह कट्टर विचारधारा से प्रेरित हो और सोशल मीडिया के माध्यम से कट्टरता फैलाने को कोशिश में लिप्त हो. ऐसे में उन्हें दोनों आरोपियों के रिमांड का इंतजार है. जैसे ही राजस्थान पुलिस या एनआईए को उनकी रिमांड मिलती है उनसे इस बाबत जानकारी इक्कठा की जाएगी.

उदयपुर से जुड़े पोस्ट हटाने के लिए दी नोटिस
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 29 जून को सोशल मीडिया कंपनियों एक नोटिस दी है. इसमें कहा गया है, इस नोटिस के माध्यम से आपको तत्काल यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जाता है कि सुरक्षा और विश्वास के अपने दायित्व के हिस्से के रूप में आप टैक्सट मैसेज, ऑडियो, वीडियो, फोटो या किसी भी रूप में पोस्ट ऐसी सामग्री को तुरंत हटा दें जो इस हत्या और हत्या को प्रोत्साहित, महिमामंडित उचित ठहराती हों. ऐसी सामग्री को हटाए जाने की जरूरत है ताकि सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी तरह की गड़बड़ी और व्यवधान को रोका जा सके और लोक शांति और सद्भाव को बहाल किया जा सके.

क्या थी उदयपुर की घटना?
राजस्थान के उदयपुर जिले में भूत महल क्षेत्र में टेलर कन्हैया लाल की उसकी दुकान के अंदर दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. बताया गया कि टेलर के 8 साल के बेटे ने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा के समर्थन में स्टेटस लगा दिया था. मोहम्मद रियाज व गौस मोहम्मद कन्हैया लाल की दुकान में कपड़े का माप देने के लिए घुसे. मौका मिलते ही उस पर धारदार हथियार से वार किए. जिसके बाद कन्हैया लाल की मौके पर ही मौत हो गई. घटना के एक वीडियो में आरोपियों ने हत्या की जिम्मेदारी ली. घटना में शामिल एक हत्यारे रियाज मोहम्मद ने दर्जी की हत्या करने से 11 दिन पहले एक धमकी भरा वीडियो भी अपलोड किया था. फिलहाल दोनों जेल में हैं.

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