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छात्रावास के लिए विद्यार्थियों को नहीं लगाने पड़ेंगे विश्वविद्यालय के चक्कर, ऑनलाइन पोर्टल का उद्घाटन - छात्रावास प्रवेश समिति का गठन

शनिवार को लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास से संबंधित प्रक्रिया को सुचारू और मजबूत करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल का उद्घाटन किया गया. विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. आलोक राय ने डिजिटलाइजेशन और तकनीक के माध्यम से छात्रों के जीवन में सुधार और बदलाव लाने की आवश्यकता पर जोर दिया.

लखनऊ विश्वविद्यालय
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Published : Sep 10, 2022, 9:33 PM IST

लखनऊ : शनिवार को लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास से संबंधित प्रक्रिया को सुचारू और मजबूत करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल का उद्घाटन किया गया. विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. आलोक राय ने डिजिटलाइजेशन और तकनीक के माध्यम से विद्यार्थियों के जीवन में सुधार और बदलाव लाने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि छात्रावास प्रबंधन सभी संस्थानों में एक आवश्यक विशेषता बन चुकी है, क्योंकि इसमें संपूर्ण आवासीय सुविधा के कई पहलुओं का कुशलतापूर्वक प्रबंधन और मैनुअल काम को कम करना शामिल रहता है. लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में यह पहली बार है कि विद्यार्थियों को आसानी से पंजीकरण करने और छात्रावास की सुविधाओं के बेहतर ढंग से उपयोग करने में मदद करने के लिए इस ऑनलाइन पोर्टल को बनाया गया है.

अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि पोर्टल सिस्टम पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान विद्यार्थियों की जानकारी एकत्र करेगा और विद्यार्थियों को छात्रावास चुनने के लिए सारी जानकारी प्रदान करेगा. इसके अलावा आवंटन के दौरान, ऑनलाइन प्रणाली प्रत्येक छात्र के लिए छात्रावास, कमरा संख्या, प्रोवोस्ट का नाम और शुल्क का विवरण प्रदान करेगी, जहां वे प्रक्रिया के लिए अपनी प्राथमिकताएं दे सकेंगे. कुल मिलाकर छात्रावास प्रबंधन इस पोर्टल के माध्यम से सुविधा का उपयोग करने वाले सभी विद्यार्थियों का संगठित रिकॉर्ड रखने में मदद करेगा.

जानकारी देतीं प्रो. पूनम टंडन

प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि कुलपति प्रोफेसर राय ने हमेशा डिजिटल तकनीक के उपयोग पर जोर दिया है ताकि कार्यालय प्रशासन में दक्षता और पारदर्शिता बढ़ाई जा सके. एचएमएस पोर्टल शुरू होने के बाद आवेदकों को मेरिट के आधार पर छात्रावास की सीटें आवंटित की जाएंगी. अधिकतम शैक्षणिक विषयों को प्रतिनिधित्व देते हुए सभी जानकारी अब उपलब्ध होगी, जबकि पूर्व मे यह प्रक्रिया हार्ड कॉपी फॉर्म एवं फीस विश्वविद्यालय काउंटर से मैनुअल प्रणाली के द्वारा जमा की जाती थी. दोनों परिसरों के लिए विश्वविद्यालय में सत्रह हॉल (अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए एक सहित 10 लड़कों के लिए और लड़कियों के लिए 7) में लगभग 2500 सीटें हैं. प्रत्येक छात्रावास अभिरक्षक, अतिरिक्त मुख्य अभिरक्षक (छात्र एवं छात्राएं), मुख्य अभिरक्षक और अधिष्ठाता छात्र कल्याण के माध्यम से संचालित किया जाता है.

यह भी पढ़ें : मुलायम सिंह की आय से अधिक संपत्ति का मामला, दिल्ली हाईकोर्ट ने तलब की कार्यवाही रिपोर्ट

अधिष्ठाता छात्रकल्याण की संस्तुति पर कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने हाल ही में एक छात्रावास प्रवेश समिति का गठन भी किया था. जिसमें मुख्य अभिरक्षक इसके संयोजक और अपर अधिष्ठाता छात्रकल्याण और हॉल के अभिरक्षक सदस्य के रूप में हैं. यह समिति सभी छात्रावासों के लिए छात्रावास आवंटन की देखभाल कर रही है. एचएमएस पोर्टल लांचिंग के इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. संजय मेधावी, कुलानुशासक प्रो. राकेश द्विवेदी, अपर अधिष्ठाता छात्र कल्याण और प्रोवोस्ट आदि भी उपस्थित रहे.

यह भी पढ़ें : भारत दर्शन की जगह अब चलेगी स्वदेश दर्शन, पर्यटकों को नहीं मिलेगी कोई सब्सिडी

लखनऊ : शनिवार को लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास से संबंधित प्रक्रिया को सुचारू और मजबूत करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल का उद्घाटन किया गया. विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. आलोक राय ने डिजिटलाइजेशन और तकनीक के माध्यम से विद्यार्थियों के जीवन में सुधार और बदलाव लाने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि छात्रावास प्रबंधन सभी संस्थानों में एक आवश्यक विशेषता बन चुकी है, क्योंकि इसमें संपूर्ण आवासीय सुविधा के कई पहलुओं का कुशलतापूर्वक प्रबंधन और मैनुअल काम को कम करना शामिल रहता है. लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में यह पहली बार है कि विद्यार्थियों को आसानी से पंजीकरण करने और छात्रावास की सुविधाओं के बेहतर ढंग से उपयोग करने में मदद करने के लिए इस ऑनलाइन पोर्टल को बनाया गया है.

अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि पोर्टल सिस्टम पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान विद्यार्थियों की जानकारी एकत्र करेगा और विद्यार्थियों को छात्रावास चुनने के लिए सारी जानकारी प्रदान करेगा. इसके अलावा आवंटन के दौरान, ऑनलाइन प्रणाली प्रत्येक छात्र के लिए छात्रावास, कमरा संख्या, प्रोवोस्ट का नाम और शुल्क का विवरण प्रदान करेगी, जहां वे प्रक्रिया के लिए अपनी प्राथमिकताएं दे सकेंगे. कुल मिलाकर छात्रावास प्रबंधन इस पोर्टल के माध्यम से सुविधा का उपयोग करने वाले सभी विद्यार्थियों का संगठित रिकॉर्ड रखने में मदद करेगा.

जानकारी देतीं प्रो. पूनम टंडन

प्रो. पूनम टंडन ने बताया कि कुलपति प्रोफेसर राय ने हमेशा डिजिटल तकनीक के उपयोग पर जोर दिया है ताकि कार्यालय प्रशासन में दक्षता और पारदर्शिता बढ़ाई जा सके. एचएमएस पोर्टल शुरू होने के बाद आवेदकों को मेरिट के आधार पर छात्रावास की सीटें आवंटित की जाएंगी. अधिकतम शैक्षणिक विषयों को प्रतिनिधित्व देते हुए सभी जानकारी अब उपलब्ध होगी, जबकि पूर्व मे यह प्रक्रिया हार्ड कॉपी फॉर्म एवं फीस विश्वविद्यालय काउंटर से मैनुअल प्रणाली के द्वारा जमा की जाती थी. दोनों परिसरों के लिए विश्वविद्यालय में सत्रह हॉल (अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए एक सहित 10 लड़कों के लिए और लड़कियों के लिए 7) में लगभग 2500 सीटें हैं. प्रत्येक छात्रावास अभिरक्षक, अतिरिक्त मुख्य अभिरक्षक (छात्र एवं छात्राएं), मुख्य अभिरक्षक और अधिष्ठाता छात्र कल्याण के माध्यम से संचालित किया जाता है.

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अधिष्ठाता छात्रकल्याण की संस्तुति पर कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने हाल ही में एक छात्रावास प्रवेश समिति का गठन भी किया था. जिसमें मुख्य अभिरक्षक इसके संयोजक और अपर अधिष्ठाता छात्रकल्याण और हॉल के अभिरक्षक सदस्य के रूप में हैं. यह समिति सभी छात्रावासों के लिए छात्रावास आवंटन की देखभाल कर रही है. एचएमएस पोर्टल लांचिंग के इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. संजय मेधावी, कुलानुशासक प्रो. राकेश द्विवेदी, अपर अधिष्ठाता छात्र कल्याण और प्रोवोस्ट आदि भी उपस्थित रहे.

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