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यूपी विधानसभा सत्र में योगी सरकार को ऐसे घेरेगी सपा, ये है तैयारी

23 मई से शुरू हो रहे उत्तर प्रदेश के विधानसभा सत्र में योगी सरकार को घेरने के लिए सपा ने खास रणनीति तैयार की है. इसे लेकर ईटीवी भारत की टीम ने सपा के मुख्य सचेतक डॉ. मनोज पांडेय से खास चर्चा की. चलिए जानते हैं कि आखिर इस विधानसभा सत्र में ऐसे कौन से सुलगते मुद्दे हैं जो योगी सरकार को घेरने के लिए सपा का हथियार बनेंगे?

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यूपी विधानसभा
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Published : May 19, 2022, 4:55 PM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र 23 मई से शुरू हो रहा है. विधानसभा सदन की कार्यवाही में समाजवादी पार्टी किन मुद्दों को लेकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर हमलावर होगी और सरकार को सदन में कैसे घेरेगी, इसे लेकर ईटीवी भारत ने सपा के वरिष्ठ नेता व नवनियुक्त मुख्य सचेतक डॉ मनोज पांडेय से खास बातचीत की. मुख्य सचेतक डॉ. मनोज पांडेय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कुछ ज्वलंत समस्याएं हैं जो 24 करोड़ जनता को प्रभावित कर रहीं हैं. आज प्रदेश में महंगाई चरम सीमा पर है. महंगाई की स्थिति यह है कि सीसीए संस्था ने अपनी रिपोर्ट में कहा है 30 वर्षों में इससे ज्यादा महंगाई नहीं बढ़ी है. इसके साथ ही बेरोजगारी भी है. आज हम देख रहे हैं बेरोजगारी का प्रतिशत लगातार प्रति महीने बढ़ रहा है.


महंगाई और दूसरी तरफ बेरोजगारी प्रदेश की बड़ी समस्या है. उत्तर प्रदेश और देश किसानों का देश है. बड़ी संख्या में लोग किसानी करते हैं और उनका जीवन कृषि आधारित है. किसानों को उत्पादन मूल्य बढ़ रहा है. आज कृषि यंत्रों और डीजल के रेट बढ़े हैं, इसका भार भी उन किसानों पर आया है. बिजली के रेट भी बढ़े हैं. मेरा मानना है कि किसान आज घाटे की खेती कर रहा है. तमाम ऐसे मुद्दे हैं जिनपर सरकार ध्यान नहीं दे रही है. सरकार दूसरे मुद्दों पर जनता को लेकर जाना चाहती है.

सपा के वरिष्ठ नेता व नवनियुक्त मुख्य सचेतक डॉ मनोज पांडेय ने यह जानकारी दी.

आज भूख है, भय है और बेरोजगारी है. उन्होंने कहा कि आर्थिक संकट है. लोग आत्महत्या कर रहे हैं. इन सब वजहों से आज अपराध बढ़ रहे हैं. सामूहिक हत्याकांड हो रहे हैं. बेटियों के साथ घटनाएं हो रही हैं. इस तरह के मुद्दे हैं. लोकतंत्र में सरकार बनती है. भारत के लोकतंत्र की यही खूबसूरती रही है कि जो सरकार रही है, उसने विपक्ष की बातों को ध्यान से सुनकर सीख लेने का काम किया है, लेकिन यह भी इतिहास है जिन सरकारों ने विपक्ष की सीख नहीं मानी और चुनौती माना है उनका हश्र भी सबके सामने है. 2022 के विधानसभा चुनाव का जनादेश आया है, हमें विपक्ष में बैठने का रास्ता दिया गया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व को हम बधाई देंगे.

उन्होंने कहा कि इतने बड़े राज्य का बजट आ रहा है, एग्रीकल्चर है, जल शक्ति विभाग है, लोक निर्माण विभाग है इन विभागों को लेकर सरकार चर्चा नहीं करना चाहती है. इन विभागों से संबंधित बजट सरकार बिना चर्चा के पास कराना चाहती है. मेरी मांग है कि सदन में और समय दिया जाए जिससे पक्ष विपक्ष के सारे विधायक जो सदन में चुनकर आए हैं, उस पर चर्चा कर सकें.

किसानों की समस्याओं को लेकर डॉ. मनोज पांडेय ने कहा कि पिछले 10 सालों में एग्रीकल्चर ग्रोथ रेट पड़ोसी राज्यों में ज्यादा हुई है. उत्तर प्रदेश से जो सटे हुए प्रदेश हैं उनका ग्रोथ रेट बढ़ रहा है और हमारा रेट वहीं पर है. देश का किसान खुशहाल नहीं होगा तो हम एक समृद्धशाली और शक्तिशाली देश की कल्पना नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि मैं दुखी मन से आज कहना चाहता हूं कि प्रदेश का जो किसान है वह दुखी है, उसे लागत का मूल्य नहीं मिल पा रहा है.

उत्तर प्रदेश में बुलडोजर की चर्चा होने पर और सदन में सरकार पर हमलावर होने के सवाल पर मुख्य सचेतक डॉ मनोज पांडेय ने कहा कि मेरा मानना है कि काश यह बुलडोजर उन अपराधियों पर चलता जो बेटियों के साथ बलात्कार करते हैं. यह बुलडोजर महंगाई पर चलता. यह बुलडोजर किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए चलता. यह बुलडोजर जो बेरोजगार नौजवान हैं उनको रोजगार देने के लिए चलता, आखिर कौन सी रुकावट है इस बुलडोजर की राह में.सरकार कोई भी हो अराजनीतिक तरीके से भय दिखाकर दबाव बनाकर काम नहीं करना चाहिए. भारत एक मजबूत संविधान वाला दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. सत्ता पक्ष को इतना संयम और धैर्य रखना चाहिए कि विपक्ष जिन बातों को उठा रहा है उसको स्वस्थ मन से जांच कराकर रास्ता निकालना चाहिए.


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लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र 23 मई से शुरू हो रहा है. विधानसभा सदन की कार्यवाही में समाजवादी पार्टी किन मुद्दों को लेकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर हमलावर होगी और सरकार को सदन में कैसे घेरेगी, इसे लेकर ईटीवी भारत ने सपा के वरिष्ठ नेता व नवनियुक्त मुख्य सचेतक डॉ मनोज पांडेय से खास बातचीत की. मुख्य सचेतक डॉ. मनोज पांडेय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कुछ ज्वलंत समस्याएं हैं जो 24 करोड़ जनता को प्रभावित कर रहीं हैं. आज प्रदेश में महंगाई चरम सीमा पर है. महंगाई की स्थिति यह है कि सीसीए संस्था ने अपनी रिपोर्ट में कहा है 30 वर्षों में इससे ज्यादा महंगाई नहीं बढ़ी है. इसके साथ ही बेरोजगारी भी है. आज हम देख रहे हैं बेरोजगारी का प्रतिशत लगातार प्रति महीने बढ़ रहा है.


महंगाई और दूसरी तरफ बेरोजगारी प्रदेश की बड़ी समस्या है. उत्तर प्रदेश और देश किसानों का देश है. बड़ी संख्या में लोग किसानी करते हैं और उनका जीवन कृषि आधारित है. किसानों को उत्पादन मूल्य बढ़ रहा है. आज कृषि यंत्रों और डीजल के रेट बढ़े हैं, इसका भार भी उन किसानों पर आया है. बिजली के रेट भी बढ़े हैं. मेरा मानना है कि किसान आज घाटे की खेती कर रहा है. तमाम ऐसे मुद्दे हैं जिनपर सरकार ध्यान नहीं दे रही है. सरकार दूसरे मुद्दों पर जनता को लेकर जाना चाहती है.

सपा के वरिष्ठ नेता व नवनियुक्त मुख्य सचेतक डॉ मनोज पांडेय ने यह जानकारी दी.

आज भूख है, भय है और बेरोजगारी है. उन्होंने कहा कि आर्थिक संकट है. लोग आत्महत्या कर रहे हैं. इन सब वजहों से आज अपराध बढ़ रहे हैं. सामूहिक हत्याकांड हो रहे हैं. बेटियों के साथ घटनाएं हो रही हैं. इस तरह के मुद्दे हैं. लोकतंत्र में सरकार बनती है. भारत के लोकतंत्र की यही खूबसूरती रही है कि जो सरकार रही है, उसने विपक्ष की बातों को ध्यान से सुनकर सीख लेने का काम किया है, लेकिन यह भी इतिहास है जिन सरकारों ने विपक्ष की सीख नहीं मानी और चुनौती माना है उनका हश्र भी सबके सामने है. 2022 के विधानसभा चुनाव का जनादेश आया है, हमें विपक्ष में बैठने का रास्ता दिया गया है. राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व को हम बधाई देंगे.

उन्होंने कहा कि इतने बड़े राज्य का बजट आ रहा है, एग्रीकल्चर है, जल शक्ति विभाग है, लोक निर्माण विभाग है इन विभागों को लेकर सरकार चर्चा नहीं करना चाहती है. इन विभागों से संबंधित बजट सरकार बिना चर्चा के पास कराना चाहती है. मेरी मांग है कि सदन में और समय दिया जाए जिससे पक्ष विपक्ष के सारे विधायक जो सदन में चुनकर आए हैं, उस पर चर्चा कर सकें.

किसानों की समस्याओं को लेकर डॉ. मनोज पांडेय ने कहा कि पिछले 10 सालों में एग्रीकल्चर ग्रोथ रेट पड़ोसी राज्यों में ज्यादा हुई है. उत्तर प्रदेश से जो सटे हुए प्रदेश हैं उनका ग्रोथ रेट बढ़ रहा है और हमारा रेट वहीं पर है. देश का किसान खुशहाल नहीं होगा तो हम एक समृद्धशाली और शक्तिशाली देश की कल्पना नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि मैं दुखी मन से आज कहना चाहता हूं कि प्रदेश का जो किसान है वह दुखी है, उसे लागत का मूल्य नहीं मिल पा रहा है.

उत्तर प्रदेश में बुलडोजर की चर्चा होने पर और सदन में सरकार पर हमलावर होने के सवाल पर मुख्य सचेतक डॉ मनोज पांडेय ने कहा कि मेरा मानना है कि काश यह बुलडोजर उन अपराधियों पर चलता जो बेटियों के साथ बलात्कार करते हैं. यह बुलडोजर महंगाई पर चलता. यह बुलडोजर किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए चलता. यह बुलडोजर जो बेरोजगार नौजवान हैं उनको रोजगार देने के लिए चलता, आखिर कौन सी रुकावट है इस बुलडोजर की राह में.सरकार कोई भी हो अराजनीतिक तरीके से भय दिखाकर दबाव बनाकर काम नहीं करना चाहिए. भारत एक मजबूत संविधान वाला दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. सत्ता पक्ष को इतना संयम और धैर्य रखना चाहिए कि विपक्ष जिन बातों को उठा रहा है उसको स्वस्थ मन से जांच कराकर रास्ता निकालना चाहिए.


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