लखनऊ : उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव (civic elections in uttar pradesh) को लेकर भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश की बड़ी बैठक रविवार को होगी. प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के नेतृत्व में सभी जिलों के प्रभारियों के अलावा जिला अध्यक्षों के भी इस बैठक में शामिल होने की संभावना है. इस बैठक में निकायों के प्रभारी मंत्रियों को भी इसमें शामिल किया जा रहा है. निकाय चुनाव बहुत नजदीक है. हाल ही में हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को अपेक्षाकृत बेहतर कामयाबी नहीं मिल सकी है. मैनपुरी में जबरदस्त हार हुई है, जबकि खतौली सीट को भाजपा ने खो दिया है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी की इस बैठक को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. आने वाले निकाय चुनाव को लेकर बेहतर रणनीति के साथ में किस तरह से उतरना है, यह भी इस बैठक में तय किया जाएगा. यहां से मिलने वाले संदेश को चुनाव के दौरान लागू किया जाएगा.
गौरतलब है कि 15 दिसंबर के बाद कभी भी उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव की घोषणा की जा सकती है. इससे पहले 14 दिसंबर तक तैयार आरक्षण पर आपत्ति और सुझाव मांगे गए हैं. 8 जनवरी से पहले प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी. दो चरणों में उत्तर प्रदेश में निकाय के चुनाव होने की संभावना है. 17 नगर निगमों के महापौर, करीब 600 नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्ष के अलावा लगभग 1400 वार्डों में पार्षदों के लिए चुनाव होगा, जिसमें भारतीय जनता पार्टी 80 फ़ीसदी सीटों को जीतने का लक्ष्य ले चुकी है. मगर जिस तरह से शिवपाल यादव और अखिलेश यादव एक हो चुके हैं और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का विलय समाजवादी पार्टी में हो चुका है, उसके बाद भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनौती और भी बड़ी हो चुकी है. इससे निपटने के लिए रविवार को होने वाली बैठक बहुत महत्वपूर्ण होगी. इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी के सभी क्षेत्रों से जिलों के प्रभारियों को बुलाया गया है. इसके अलावा सभी जिला अध्यक्षों को भी आमंत्रित किया गया है. ऐसे मंत्री जिनकी निकायों में जिम्मेदारी लगाई गई है उन्हें भी बैठक में शामिल होना होगा. सुबह 11:00 बजे से देर शाम तक या बैठक जारी रहेगी.