लखनऊ : लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा के आला नेताओं के लोकसभा क्षेत्रों में प्रवास अब शुरू हो जाएंगे. राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल के नेतृत्व में आयोजित बैठक में यह कार्यक्रम भाजपा प्रदेश मुख्ययाल में आयोजित बैठक में इसकी कार्ययोजना तय की गई है. प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी लोकसभा क्षेत्रों में प्रवास करेंगे. शाम तक इस संबंध में कार्य योजना घोषित की जाएगी. भारतीय जनता पार्टी के अति महत्वपूर्ण बैठक प्रदेश कार्यालय में गुरुवार सुबह करीब 11:00 बजे शुरू हो गई है. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जिन 16 सीटों पर भाजपा हारी थी उन सीटों पर जीत को लेकर मंथन होगा. इसके अलावा लोकसभा चुनाव को लेकर प्रवास कार्यक्रम भी तय किए जा रहे हैं.
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री और उत्तर प्रदेश के पूर्व महामंत्री संगठन सुनील बंसल इस बैठक में मौजूद हैं. जिसमें प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश महामंत्री संगठन भी मौजूद हैं .भारतीय जनता पार्टी में एक बार फिर सुनील बंसल उत्तर प्रदेश की राजनीति में दखल देते हुए नजर आ रहे हैं. जिसको लेकर माना जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर उत्तर प्रदेश में बंसल की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है. फिलहाल हारी हुई सीटों को लेकर केंद्रीय मंत्रियों ने प्रत्येक सीट का दौरा कर लिया है. केंद्रीय मंत्रियों ने अपनी रिपोर्ट नेतृत्व और केंद्रीय संगठन को दे दी है. इसी रिपोर्ट के इनपुट के आधार पर सुनील बंसल जरूरी दिशानिर्देश उत्तर प्रदेश के संगठन में देंगे. जिसके आधार पर भारतीय जनता पार्टी इस बार मिशन 75 प्लस पर काम करेगी.
भारतीय जनता पार्टी से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में मुख्य रूप से उन सीटों पर चर्चा होनी है. जहां से बहुजन समाज पार्टी ने समाजवादी पार्टी की और समाजवादी पार्टी की जीत में बहुजन समाज पार्टी ने भारी मदद की थी. अब दोनों दलों का गठबंधन नहीं है ऐसे में भाजपा किस तरह से यहां पर फायदा उठाकर जीत हासिल कर सकती है. इस पर इस बैठक में महत्वपूर्ण चर्चा की जा रही है . इसी आधार पर आगामी कार्य योजना बनाई जाएगी. गौरतलब है कि जिन 16 सीटों पर भाजपा हारी थी उनमें से 2 सीटों को उसने उपचुनाव में जीत भी लिया है. यह 2 सीटें आजमगढ़ और रामपुर की हैं. भारतीय जनता पार्टी रामपुर और आजमगढ़ के फार्मूले पर बाकी बची 14 सीटों को जीतकर इस बार उत्तर प्रदेश में अपनी जीत का रिकॉर्ड बनाना चाह रही है. इस बार भाजपा के निशाने पर रायबरेली की सीट भी है. रायबरेली को लेकर सोनिया गांधी हाल ही में घोषणा कर चुकी हैं. उन्होंने अपनी बीमारी उम्र और थकान का हवाला देते हुए कहा था कि वह अब राजनीति से संन्यास ले सकती हैं. जिसके बाद में रायबरेली पर भी भारतीय जनता पार्टी की मजबूत दावेदारी होगी. इस मुद्दे पर भी इस बैठक में चर्चा होगी.