लखनऊः कोरोना महामारी के बढ़ते खतरे के चलते यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने बुधवार को अपनी पहली मीटिंग में बड़ा फैसला लिया है. सुन्नी वक्फ बोर्ड अब वक्फ से जुड़े मामलों को ऑनलाइन हल करेगा और दोनों पक्षों की सुनवाई भी ऑनलाइन ही होगी. नवगठित बोर्ड की पहली बैठक में 11 में से 8 सदस्य मौजूद रहे, जिन्होंने वक्फ की आय बढ़ाने पर सहमति जताई. इसके अलावा भी मीटिंग में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए.
उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चुनाव के बाद यह पहला मौका था जब बोर्ड ने सभी सदस्यों को आमंत्रित किया था. इसमें से 3 मेंबर को छोड़कर बसपा सांसद दानिश अली, सपा सांसद एसटी हसन, इस्लामिक स्कॉलर नईम उर रहमान समेत बोर्ड के कुल 8 सदस्य मौजूद रहे. चेयरमैन जुफर अहमद फारूकी की अध्यक्षता में होने वाली इस अहम मीटिंग में कई फैसलों पर बोर्ड के सदस्यों ने अपनी सहमति जताई है.
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शिक्षा में मदद कराने के मकसद
कोरोना काल को देखते हुए और इसके संक्रमण से बचने के लिए वक्फ बोर्ड ने बोर्ड में होने वाली सुनवाई को ऑनलाइन कराने का अहम फैसला लिया है. वक्फ बोर्ड में होने वाली मुतावल्लियों की सुनवाई को ऑनलाइन किया जाएगा. मीटिंग में फैसला लिया गया कि वक्फ बोर्ड की कमाई से प्राप्त होने वाली रकम के कुछ हिस्से को जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा और जरूरतमंद लोगों की सेहत के लिए खर्च किया जाएगा. जिसके लिए एक फंड को भी जल्द कायम किया जाएगा. इस फंड के माध्यम से गरीब होनहार बच्चों को से वजीफा भी प्रदान किया जाएगा.