लखनऊः उत्तर प्रदेश के भूतत्व और खनिकर्म विभाग की निदेशक डॉ रोशन जैकब की तरफ से गठित खनन निदेशालय के जांच दल ने थाना काकोरी के मलहा और जेहटा में हो रहे मिट्टी के अवैध खनन की जांच की. जांच के दौरान जेहटा में 15 जुलाई साल 2019 से 6 फरवरी साल 2021 तक कुल जारी अनुज्ञा की मात्रा 33.888 घन मीटर के सापेक्ष जांच के दौरान एक लाख 22 हजार 700 घन मीटर मिट्टी खनन की मात्रा पाई गई. मलहा में मिट्टी खनन के बड़े-बड़े गड्ढे पाए गए और अधिक गहराई में मानक के विपरीत खनन होना पाया गया.
केस दर्ज करवाने के निर्देश
इस संबंध में निदेशक डॉ रोशन जैकब ने डीएम लखनऊ से अधिक गहराई और अधिक मात्रा में मानक के विपरीत हुए खनन पर तत्काल प्राथमिकी दर्ज कराने की बात कही है. राजस्व विभाग एवं खनन विभाग की संयुक्त टीम गठित कर इन क्षेत्रों की जांच विस्तृत रूप से कराने की भी अपेक्षा की गई है. उन्होंने निर्देश दिए हैं कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग की तरफ से जारी कार्य आदेश के अनुसार कुल मांग का आंकलन करते हुए जारी अनुमति से मिलान कर लिया जाए. ये सुनिश्चित कर लिया जाए कि मांग के अनुसार ही अनुमति जारी हो. इसके अलावा अनुमति में दर्ज मात्रा के अनुसार ही खनन हो. इसकी निगरानी के लिए स्थानीय राजस्व और पुलिस प्रशासन को सख्त निर्देश दिए जाएं.
अधिकारी, कर्मचारी की संलिप्तता पर कार्रवाई
लखनऊ के डीएम को जारी पत्र में निदेशक डॉ रोशन जैकब ने कहा है कि मिट्टी के अवैध खनन में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की संलिप्तता पाए जाने उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए.