लखनऊ: कोतवाली क्षेत्र के कई गांवों में अवैध शराब का धंधा आबकारी विभाग को खुलेआम चुनैती दे रहा है. विभाग की लापरवाही की वजह से यह धंधा क्षेत्र के करीब दर्जन भर गांवों में चल रहा है. जिम्मेदार अधिकारी और प्रशासन इस मामले में मौन साधे हुए हैं. आबकारी विभाग का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी क्षेत्र में चल रहे इस कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए आगे नहीं आया है. विभाग की निष्क्रियता की वजह से अवैध शराब के कारोबार पर लगाम नहीं लग पा रही है.
दर्जनों गांवों में होता है यह कारोबार
क्षेत्र के गांव रामनगर, जानकीनगर, रुसेना, बेलवारखेड़ा, मोहज्जिनगर, सरैया, कैलाखेड़ा, तिलकखेड़ा, जानकी खेड़ा, घोला जैसे करीब दर्जन भर गांवों में अवैध शराब बनाने का कारोबार होता है. इन गांवों में बनी शराब दूर-दूर तक पहुंचाई जाती है.
हादसा होने के बाद भी नहीं चेता प्रशासन
क्षेत्र के दतली गांव में 11 जनवरी 2015 को जहरीली शराब पीने से बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे. इस घटना के बाद कुछ दिनों तक क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार रोकने के लिए पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी की थी. समय बीतने के साथ अवैध शराब का कारोबार फिर से बढ़ने लगा है. लगभग 2 माह से मलिहाबाद पुलिस ने कई जगह छापेमारी कर दर्जनों शराब कारोबारियों को गिरफ्तार किया है.
सीओ ने दी जानकारी
सीओ योगेंद्र सिंह ने बताया कि अवैध शराब के कारोबार पर कार्रवाई हो रही है. जल्द ही इस कारोबार पर पूरी तरह से अंकुश लगा दिया जाएगा.