लखनऊः राजधानी में अवैध निर्माणों पर प्रशासन का बुलडोजर चलने लगा है. जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने मंगलवार को शहर में किए गए अवैध निर्माणों के ध्वस्तीकरण करने का निर्देश जारी किया गया. इसके बाद जिला प्रशासन एवं प्राधिकरण की संयुक्त टीमों अवैध अतिक्रमणों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. टीम ने अभियान चलाकर शहर के अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया. जिलाधिकारी ने निरंतर अभियान जारी रखते हुए भूमाफियाओं और शासकीय जमीनों पर नियम विरूद्ध कब्जा करने वाले लोगों पर दंडात्मक कार्रवाई करते हुए शासकीय भूमियों को संरक्षित कराने के सख्त निर्देश सभी सम्बंधित अधिकारियों को दिए हैं.
ग्रीन बेल्ट में बनाए गए कमरे को किया ध्वस्त
बता दें कि जोन 1 अधिशासी अभियंता के दिशा-निर्देशन में गोमती नगर विस्तार के वनस्थली अपार्टमेंट में ग्रीन बेल्ट में बनाए गए 15x20 फुट के अवैध कमरे का ध्वस्तीकरण किया गया. यह कार्यवाही अपार्टमेंट में रहने वालों की शिकायत पर की गई. वहीं, सरस्वती पुरम प्रकाश दुबे द्वारा भूखंड संख्या 14/01 से 14/07 तक लगभग 2500 वर्ग फुट भूखंड पर भूतल एवं प्रथम तल पर गेस्ट हाउस का निर्माण किया गया था. प्राधिकरण में अवैध निर्माण के विरुद्ध वाद संख्या 349/2019 योजित था. स्वीकृत मानचित्र प्रस्तुत न करने पर दिनांक 8 अक्टूबर को ध्वस्तीकरण के आदेश दिए गए थे. इस अवैध निर्माण को भी मंगलवार को ध्वस्त किया गया.
विकसित की जा रही कॉलोनी को गिराया
काकोरी थाना क्षेत्र में रफीक द्वारा लगभग 8000 वर्ग मीटर क्षेत्र में अवैध रूप से विकसित की जा रही साईं सिटी को टीम ने ध्वस्त करा दिया. इसी तरह नौबस्ता कला देवा रोड लखनऊ पर बिना स्वीकृत कराए गए जियालाल द्वारा अनाधिकृत निर्माण को अधिशासी अभियंता के नेतृत्व में जिला प्रशासन तथा क्षेत्रीय वशीकरण पुलिस के सहयोग से ध्वस्त किया गया. कैसरबाग थाना क्षेत्र में अवैध रूप में अवैध रूप निर्मित ड्रैगन मार्ट को जमींदोज करने की कार्रवाई की गई.
तहसीलवार अवमुक्त कराई गई भूमि
- सदर- 2.71 हेक्टेयर, मूल्य 7 करोड़ रुपये
- मोहनलालगंज- 4.448 हेक्टेयर, मूल्य 1 करोड़ 86 लाख 91 हजार रुपये
- मलिहाबाद- 9.898 हेक्टेयर, मूल्य 7 करोड़ 47 लाख 16 हज़ार 8 सौ रुपये
- बीकेटी- 6.522 हेक्टेयर, मूल्य 15 करोड़ 65 लाख 28 हज़ार रुपये
- सरोजनीनगर- 4.112 हेक्टेयर मूल्य 10 करोड़ 38 लाख 20 हज़ार रुपये
अभियान के तहत मंगलवार को कुल 0.531 हेक्टेयर भूमि कब्जा मुक्त कराई गई, जिसकी कीमत लगभग 99,66,400 रुपये है. उन्होंने बताया कि अभी तक कुल 27.151 हेक्टेयर भूमि अवमुक्त कराई जा चुकी है, जिसकी कीमत लगभग 41,37,55,800 रुपये है.
-अभिषेक प्रकाश, जिलाधिकारी-लखनऊ