लखनऊ: पूर्व मंत्री व भाजपा नेता मोहसिन रजा के भाई अरशी रजा की अवैध क्रिकेट एकेडमी को बंद करवाया जाएगा. खेल विभाग की ओर से इस संबंध में अब नोटिस की कार्रवाई की जा रही है. क्षेत्रीय खेल अधिकारी का दावा है कि सरकारी स्टेडियम में निजी अकादमी नहीं चलने दी जाएगी. बहुत जल्द ही यहां पर सख्त कार्रवाई होगी. शासन स्तर पर अनेक शिकायतों के बावजूद लंबे समय से यह खेल एकेडमी सरकारी चौक स्टेडियम में चल रही है. यहां पर सैकड़ों बच्चों से लाखों रुपये की कमाई हो रही है. जिस पर अब खेल विभाग सख्त होने जा रहा है.
खेल विभाग के चौक स्टेडियम में अवैध निजी अकादमी का संचालन किया जा रहा है. आरोप है कि यहां क्रिकेटरों से प्रशिक्षण के नाम पर हजारों रुपये वसूले जा रहे हैं. यह एकेडमी पूर्व मंत्री और हज कमेटी के चेयरमैन और भाजपा नेता मोहसिन रजा के भाई कांग्रेसी नेता अर्शी रजा की है. सालों से खेल विभाग के अफसरों की इस गोरखधंधे से आंखें मूंदी हुईं हैं. इस संबंध में ईटीवी भारत ने अप्रैल में एक समाचार प्रकाशित किया था. इसके बाद में शासन स्तर पर भी कार्रवाई शुरू की गई थी. अब खेल निदेशालय अलग-अलग शिकायतों के बाद और बड़ी कार्रवाई करने का मन बना रहा है.
बता दें कि लखनऊ क्रिकेट अकादमी के शुरू हुए करीब 30 साल हो चुके हैं. लखनऊ के चौक स्टेडियम के अलावा अब यह अकादमी केजीएमयू के मैदान पर भी संचालित की जा रही है. इस अकादमी में सरकारी मैदान का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके बदले में सरकार को कुछ भी नहीं मिलता. जबकि अकादमी संचालकों की जेब में हर माह लाखों रुपये पहुंचते हैं. अकादमी चौक स्टेडियम, मेडिकल कॉलेज के स्टेडियम और उनके हॉस्टल के ग्राउंड पर संचालित की जाती है. इसमें स्थानीय प्रशिक्षुओं के लिए 18,000 रुपये एक साल में फीस ली जाती है, जबकि दूसरे शहर से आने वाले क्रिकेटरों को हॉस्टल और मैच की सुविधा के लिए अतिरिक्त शुल्क देना होता है. लोकल क्रिकेटरों को हॉस्टल सुविधा नहीं देते हैं.
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लखनऊ क्रिकेट एकेडमी में इन दिनों 100 के करीब क्रिकेटर प्रशिक्षण ले रहे हैं. पिछले दिनों चुनाव से पहले जब मोहसिन रजा उत्तर प्रदेश में राज्य मंत्री थे, तब उन्होंने अपने स्तर से अकादमी को गोद लेने की भी घोषणा की थी. इसके बाद यह बात और भी स्पष्ट हो गई थी कि इस अकादमी को सीधे-सीधे मोहसिन रजा बतौर मंत्री का संरक्षण प्राप्त है. क्षेत्रीय खेल अधिकारी अजय सेठी ने कहा कि निश्चित तौर पर सरकारी स्टेडियम में निजी अकादमी का संचालन किया जाना नियम विरुद्ध है. इसे लेकर कार्रवाई शुरू कर रहे हैं. यहां चलने वाली किसी भी अकादमी में खेल विभाग के नियमों के मुताबिक न्यूनतम शुल्क ही क्रिकेटरों से लिया जा सकता है. कोई व्यक्ति अपने स्तर से अकादमी संचालित नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि नियमों का पालन हर हाल में होगा और हम एक आदमी को नोटिस भेज रहे हैं कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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