लखनऊ : लखनऊ जिला प्रशासन ने आईआईएम इंदौर के बीच और एक एमओयू साइन किया है. इस एमओयू के चलते जिला प्रशासन एवं आईआईएम इंदौर द्वारा जनपद के विशिष्ट उत्पाद ओडीओपी (चिकनकारी) के उत्पादों से जुड़े कारीगरों को प्रशिक्षण एवं निर्मित माल की ब्राडिंग, मार्केटिंग में आीआईएम इंदौर मदद करेगा. आईआईएम उत्पादों को देश-विदेश में पहचान दिलाने का काम करेगा. एमओयू के तहत ओडीओपी के उत्पादों से जुड़े कारीगरों को प्रशिक्षण एवं निर्मित माल की ब्राडिंग, मार्केटिंग तथा देश-विदेश में उत्पादों को पहचान दिलाने के साथ साथ जनपद की स्वच्छता, सुन्दरता एवं पर्यावरणीय पहलुओं पर भी आईआईएम इंदौर सहयोग करेगा.
लखनऊ जिला प्रशासन की ओर से जारी विज्ञप्ति में जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार द्वारा आईआईएम इंदौर के प्रोफेसर हिमांशु राय का स्वागत करते हुए इस एमओयू को ऐतिहासिक पहल बताया. जिलाधिकारी ने इस पहल के माध्यम से जनपद में संचालित विकास योजनाओं के माध्यम से गांव-गांव तक लोगों सुविधाएं देने की बात कही. लोगों को स्वच्छता अभियान से जोड़ने तथा लोगों को स्वरोजगार हेतु प्रेरित कर ऋण योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना एवं एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण सहायता योजना के तहत सहायता करने की बात कही.
ऑनलाइम मार्केटिंग का होगा प्रयास : जिलाधिकारी ने बताया की जनपद में स्थापित उद्योगों से निर्मित उत्पादों को स्थानीय बाजारों व ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से देश-विदेश में बिक्री कराने के लिए प्रयास किया जाएंगे. इसी क्रम में आईआईएम इंदौर के प्रोफेसर हिमांशु राय द्वारा बताया गया कि स्वच्छता हेतु अयोध्या एवं कानपुर जनपदों में चलाई गई मुहिम की तरह जनपद लखनऊ में भी प्रयास किया जाएगा. उन्होंने जिलाधिकारी की जनपद में इस पहल को मील का पत्थर बताते हुए कहा कि जनपद के उद्यमियों द्वार निर्मित उत्पाद को ई-मार्केटिंग एवं अन्य माध्यमों से देश-विदेश में विक्रय कराने हेतु प्रयास किया जाएगा. जिससे जनपद अधिकाधिक स्वरोजगार व रोजगार सृजन के साथ-साथ सकल घरेलू उत्पाद में भी अग्रणी हो सके.
डीएम सूर्यपाल गंगवार ने कहा कि चिकन को ओडीओपी में इसीलिए रखा है क्योंकि लाखों लोग इससे जुड़े हैं. मुझे उम्मीद है कि चिकन से जुड़े कामगारों और कारोबारियों के लिए आईआईएम ऐसा प्लेटफार्म तैयार करेगा, जिससे भविष्य में बाजार की चुनौतियों से निपटा जा सकेगा. जिला प्रशासन के साथ हस्ताक्षरित एमओयू का मुख्य उद्देश्य ओडीओपी उत्पाद चिकनकारी के लिए मार्केटिंग और ब्रांडिंग रणनीति तैयार करना, प्रोडक्ट डेवलपमेंट और गुणवत्ता में वृद्धि के उद्देश्य से पार्टनर इंस्टिट्यूशन के साथ कोलाब्रेशन करना, प्रशिक्षण/क्षमता निर्माण कार्यक्रमों का आयोजन करना, महिलाओं को वित्तीय साक्षरता का प्रशिक्षण देना है.