लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आईपीएस अफसरों के बाद में अब आईएएस अफसरों का भी तबादला बड़े पैमाने पर होगा. यूपी में निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले 18 जिलों में जिलाधिकारियों को बदला जा सकता है. इसके अलावा अन्य मंडलों में मंडलायुक्त बदल दिए जाएंगे. नौकरशाही के बदलाव के बाद ही निकाय चुनाव की घोषणा होगी. 7 से 10 दिन में निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी हो सकती है. इससे पहले नौकरशाही के बड़े बदलाव हो जाएंगे. इसमें सबसे ज्यादा असर डीएम और मंडलायुक्त की पोस्ट पर ही पड़ेगा.
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अफसरों की मीटिंग भी कर रहे हैं. इसके बाद में नौकरशाही के बदलाव किए जाएंगे. नौकरशाही में बड़े बदलाव की आहट है. सरकार निकाय चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने के लिए अधिकारियों की फौज में सरदारों की बदली कर सकती है. ब्यूरोक्रेसी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कई मंडलायुक्त और जिलाधिकारी बदले जा सकते हैं. मैनपुरी प्रयागराज, कौशांबी, फर्रुखाबाद, अयोध्या, महाराजगंज, झांसी, ललितपुर, लखीमपुर खीरी, बुलंदशहर, गाजियाबाद, बागपत, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर,अमरोहा, सहारनपुर, हमीरपुर, महोबा, बहराइच, श्रावस्ती और कासगंज एटा के जिलों के DM बदल सकते हैं.
गौरतलब है कि यूपी में निकाय चुनाव (Municipal elections in UP) के लिए गठित पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की जा चुकी है. ट्रिपल टेस्ट के आधार पर पिछड़े वर्ग का आरक्षण तय किया जा चुका है. इस रिपोर्ट के सुप्रीम कोर्ट से अनुमोदन के बाद इसी आरक्षण के आधार पर सरकार निकाय चुनाव की घोषणा कर देगी. एक बार चुनाव की घोषणा होने के बाद अफसरों का तबादला किया जाना संभव नहीं होगा. इसलिए निकाय चुनावों की घोषणा से पहले ही सरकार ब्यूरोक्रेसी में बदलाव करने जा रही है.
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