लखनऊ : आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह लम्बे समय से काम पर नहीं आए थे. गुजरात चुनाव के पर्यवेक्षक बनाए गए थे, वहां भी उन्होंने काम में अनदेखी की और ड्यूटी से गायब रहे. जिसके बाद आखिरकार अभिषेक सिंह निलंबित किए गए हैं.
आईएएस अभिषेक सिंह 2018 में मेडिकल लीव पर गए थे. साल 2015 में IAS अभिषेक सिंह तीन साल के लिए दिल्ली सरकार में प्रतिनियुक्ति पर गए. साल 2018 में प्रतिनियुक्ति की अवधि दो साल के लिए बढ़ाई गई, लेकिन उस दौरान अभिषेक सिंह मेडिकल लीव पर चले गए. इसके बाद दिल्ली सरकार ने उन्हें 19 मार्च 2020 को मूल कैडर यूपी वापस भेज दिया. जिसके बाद अभिषेक सिंह ने यूपी में लंबे समय तक पदभार ही ग्रहण नहीं किया. 10 अक्टूबर 2022 को नियुक्ति विभाग ने उनका पक्ष मांगा तो इतनी लंबे समय तक लापता रहने का कोई उत्तर भी नहीं दिया. जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है.
सरकार आगे करेगी बड़ी कार्रवाई : सरकार इस मामले में आगे बड़ी कार्रवाई करेगी. 2011 बैच के यूपी कैडर के IAS अभिषेक सिंह को सरकार ने निलंबित कर दिया है. वह बिना सूचना दिए करीब तीन महीने से काम पर नहीं आए हैं. अभिषेक सिंह को गुजरात चुनाव के दौरान पर्यवेक्षक बनाया गया था. उन्होंने यह जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी. इस पर आयोग ने उन्हें प्रेक्षक पद से हटाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया था. अभिषेक सिंह बिना सूचना दिए लापता हैं. उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई के आदेश भी दिए गए हैं. जल्द इस संबंध में अलग से आरोप पत्र जारी किया जाएगा.
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