लखनऊ: बैंक में तैनात एक व्यक्ति को उसकी पत्नी की इनकम टैक्स आईडी का पासवार्ड हैक करना महंगा पड़ गया. दरअसल, तलाक के बाद पत्नी को कम मुआवजा देना पड़े. इसके लिए पति ने उसकी पत्नी का पासवार्ड हैक करने की कोशिश की. जिसका अलर्ट मैसेज पत्नी के मोबाइल पर पहुंच गया और पत्नी ने इसकी शिकायत ठाकुरगंज कोतवाली में दर्ज कराई. इसकी जांच एसटीएफ के साइबर सेल को सौंपी गई है. साइबर सेल ने जांच में दोषी पाए जाने पर आरोपी पति को गिरफ्तार कर ठाकुरगंज पुलिस को सौंप दिया है.
कम मुआवजा देने के लिए किया आईडी हैक
लखनऊ साइबर क्राइम के एसपी डॉ. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि बैंक अधिकारी अक्षत विजय का पत्नी से तलाक का केस चल रहा है. अक्षत को किसी ने बता दिया कि अगर वह अपनी पत्नी के इनकम टैक्स रिटर्न के दस्तावेज में अपने से ज्यादा पत्नी की आय दिखा देगा तो उसे कम मुआवजा देना पड़ेगा. इस पर उसने पत्नी की आईटीआर दाखिल करने वाली आईडी को बदलने की कोशिश की. जैसे ही पासवर्ड बदलने की कोशिश की गई पत्नी के पास अलर्ट मैसेज पहुंच गया. पुलिस के मुताबिक दोनों के बीच तलाक का केस इसी साल मार्च में कोर्ट में दायर किया गया था.
कोई दूसरा नहीं कर सकता किसी के पर्सनल डेटा का इस्तेमाल
साइबर क्राइम सेल के एसपी त्रिवेणी सिंह ने बताया कि किसी के निजी डेटा को उसके परिवार का कोई भी सदस्य गलत तरीके से इस्तेमाल नहीं कर सकता है. ऐसा करना अपराध की श्रेणी में आता है. पति को भी ये अधिकार नहीं है कि वह पत्नी का कोई भी निजी डेटा का इस्तेमाल करें. इसलिए पति द्वारा पत्नी की आईडी हैक करने के मामले में उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
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