लखनऊ: मानसून का सीजन दस्तक दे चुका है. ऐसे में कई बीमारियां और वायरल इनफेक्शन होने की आशंका बढ़ जाती है. मानसून की बीमारियों से बचने के लिए डॉक्टर अपना खास ख्याल रखने की सलाह दे रहे हैं. मानसून में चल रहे वायरल इनफेक्शन और बीमारियों के बारे में जानकारी देने के लिए ईटीवी ने कुछ अस्पतालों के विशेषज्ञों से बातचीत की.
बीमारियों से बचने के लिए डॉक्टरों ने दी सलाह
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. शीतल वर्मा कहती हैं कि इस समय मानसून में बारिश होने की वजह से अक्सर पानी का जमाव हो जाता है. इससे मच्छरों का पनपना तेजी से शुरू हो जाता है. ऐसे में डेंगू, मलेरिया, जापानी इंसेफेलाइटिस, एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम जैसे इनफेक्शन बढ़ने का खतरा अधिक हो जाता है.
श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के सीनियर कंसलटेंट फिजिशियन डॉ. आरके पोरवाल कहते हैं कि वायरल इनफेक्शन के साथ-साथ स्किन डिसीज और पेट संबंधी बीमारियां भी मानसून के मौसम में अधिक बढ़ जाती हैं. उन्होंने बताया कि मानसून में भीग जाने की वजह से गले संबंधी परेशानियां भी बढ़ जाती है. इसमें आपको टॉन्सिल की समस्या, एक्यूट ब्रोंकाइटिस या फैरिंजाइटिस की बीमारी हो सकती है.
डॉ. मुखर्जी ने बताया कि मानसून सीजन में पानी में भीग जाने या नंगे पैर पानी में होने की वजह से स्किन संबंधी बीमारियां भी हो जाती है. इसमें किसी तरह के फंगल इनफेक्शन एसकेबीज जैसी बीमारियां अधिक होती है.
बचाव है जरूरी
- मानसून में 5 साल से छोटे बच्चों को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी होता है.
- अपने आसपास स्वच्छता रखना सर्वोपरि होना चाहिए.
- बाहर खाने से परहेज करें.
- उबले हुए पानी का उपयोग अधिक करें.
- गला संबंधी रोगों से बचाव के लिए मानसून में भीगने से बचें.
- अपने आसपास कहीं भी पानी जमा न होने दें.
- पीने वाले पानी को हमेशा ढककर रखें.
- रखा हुआ खाना या कटे हुए फल का सेवन न करें.
- मच्छरदानी और मॉस्किटो रेपेलेंट क्रीम का प्रयोग करें.
- शरीर को पूरी तरह से ढककर रखें फुल आस्तीन के कपड़े पहने.
मरीजों की संख्या में होता है इजाफा
डॉ.पोरवाल कहते हैं कि मानसून के सीजन में वायरल बीमारियों के मरीज अधिक हो जाते हैं. इन मरीजों की संख्या में 25% तक इजाफा हो जाता है. इसमें पेट संबंधी बीमारियां, गले संबंधी रोग या स्किन डिसीज के मरीज अधिक हो जाते हैं.