लखनऊ: एमसी सक्सेना मेडिकल कॉलेज की मान्यता के लिए मजदूरों की सेहत से खिलवाड़ हुआ है. यहां परिसर स्थित डॉ. आरआर. सिन्हा मेमोरियल हॉस्पिटल में उन्हें बंधक बनाने का मामला सामने आया है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी किया, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने जवाब नहीं दिया. अब स्वास्थ्य विभाग ने शिकंजा कसने के लिए पुलिस-जिला प्रशासन को खत लिखा है. ऐसे में हॉस्पिटल सील होने का खतरा मंडरा रहा है.
तीन दिन का वक्त बीतने के बाद भी अभी तक हॉस्पिटल प्रशासन का कोई जवाब नहीं आया है. डिप्टी सीएमओ डॉ. एपी सिंह का कहना है कि मजदूरों की जान से खेलने वाले हॉस्पिटल को बख्शा नहीं जाएगा, उस पर कार्रवाई जरूर होगी. पुलिस-जिला प्रशासन को भी नोटिस की प्रति भेज दी गई है. उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद अस्पताल को सील भी किया जा सकता है.
बता दें कि मंगलवार को दुबग्गा स्थित डॉ. आरआर सिन्हा मेमोरियल हॉस्पिटल में मान्यता के लिए दिहाड़ी मजदूरों को बंधक बनाया गया था. इस दौरान 125 से अधिक मजदूरों को भर्ती कर मरीजों के रूप में दर्शाया गया था. इनमें 13 से ज्यादा मजदूरों को वीगो व इंजेक्शन लगाए गए थे. मामला पकड़ में आने पर स्वास्थ्य विभाग ने हॉस्पिटल प्रशासन को नोटिस भेजकर जवाब-तलब किया था. इसमें घटना के वक्त भर्ती मरीजों के इलाज का ब्यौरा तलब किया है.
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ऐसे हुआ खुलासा-
डॉ. आरआर सिन्हा मेमोरियल हॉस्पिटल में मजदूरों को बंधक बना लिया गया था. मान्यता के लिए मजदूरों को पैसा देकर मरीज दर्शाया गया. मजदूरों को वीगो व इंजेक्शन लगाए गए. घबराए मजदूरों ने हंगामा किया था. एक मजदूर किसी तरह जान बचाकर भागने में कामयाब हुआ. उसने पुलिस को मामले की सूचना दी. फिलहाल मजदूरों की जान से खेलने वाले अस्पताल पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
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