लखनऊ : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार को लखनऊ आने वाले थे. वह भाजपा कार्यालय में शाम चार बजे संगठन का हालचाल लेने वाले थे. इस दौरान वह एक अहम बैठक भी करने वाले थे, लेकिन अब उनका यह दौरा स्थगित हो गया है. अब गृहमंत्री कुछ समय के बाद राजधानी आएंगे.
इस बार रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी में भाजपा : अमित शाह उत्तर प्रदेश के प्रभारी रहते हुए साल 2014 के चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं. 2014 ही वह क्रांतिकारी लोकसभा चुनाव था जब भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश में 73 सीटों पर कामयाबी हासिल करके एक अभूतपुर रिकॉर्ड बना डाला था. भाजपा अभी तक इस रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाई है. इस बार भारतीय जनता पार्टी इस रिकार्ड को तोड़ने की तैयारी में है. ऐसे में अमित शाह के दिशा-निर्देश पार्टी के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकते हैं. माना जा रहा था कि अमित शाह 5 जनवरी को जब लखनऊ पहुंचेंगे तो वह केवल और केवल संगठनात्मक गतिविधियों पर ही नजर रखेंगे. रात्रि विश्राम भी प्रदेश कार्यालय में ही करेंगे. तय था कि इससे पहले एक महत्वपूर्ण बैठक होगी. इसमें प्रदेश पदाधिकारी के साथ वह बातचीत करेंगे. उनसे जानेंगे कि किस तरह की लोकसभा चुनाव की तैयारी उत्तर प्रदेश में चल रही हैं.
अयोध्या भी जाने वाले थे गृहमंत्री : उम्मीद थी कि गृहमंत्री विस क्षेत्र वाइज सांसदों के रिकॉर्ड पर नजर डालेंगे और इसके साथ ही वहां से मिले फीडबैक को भी देखेंगे. यही नहीं राम मंदिर निर्माण और उसकी प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भी अमित शाह पार्टी के अभियानों की समीक्षा करेंगे. इसके जरिए वे जरूरी निर्देश देकर पार्टी के अभियानों में अपना इनपुट जोड़ेंगे. अमित शाह अयोध्या में रामलला के दर्शन भी करेंगे और अयोध्या में संबंधित पदाधिकारी से भी मुलाकात करके दिशा-निर्देश देंगे. भारतीय जनता पार्टी के अभियानों को लेकर अमित शाह का यह दौरा बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा था. मगर अब यह सारे कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए. भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि अमित शाह का दौरा फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. अब एक सप्ताह में अमित शाह लखनऊ किसी भी दिन आ सकते हैं.
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