लखनऊ : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और हाल ही में बनाए गए राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान के बाद उत्तर प्रदेश में जाति आधारित राजनीति तेज हो गई है. स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर मौन सहमति जताते हुए अखिलेश यादव ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव की बड़ी जिम्मेदारी दी और जब उनका यह बयान सामने आया कि हम शूद्र हैं और विधानसभा सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शूद्र के विषय से सवाल पूछेंगे. अखिलेश के इस बयान के बाद समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर होर्डिंग लगा दी गई है. जिसमें लिखा गया है कि 'गर्व से कहो हम शूद्र हैं'. समाजवादी कार्यालय के बाहर लगाए गए इस होर्डिंग को लेकर तमाम तरह की चर्चा शुरू हो गई है.
होर्डिंग डॉ. शुद्र उत्तम प्रकाश पटेल की तरफ से लगाई गई है. डाॅ. पटेल अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा मुम्बई से जुड़े हैं. दरअसल उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी जाति समीकरण को दुरुस्त करने के लिए यह सब कवायद कर रही है और एक सोची-समझी रणनीति के साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य के माध्यम से रामचरितमानस पर सवाल खड़े करते हुए प्रतिबंधित करने की मांग की गई थी. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी की तरफ से भी स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव से उनका स्टैंड क्लियर करने की मांग की गई थी.
इसके बाद अखिलेश यादव ने पहले इस बयान पर कुछ नहीं कहा और बाद में स्वामी प्रसाद मौर्य को राष्ट्रीय महासचिव की बड़ी जिम्मेदारी दे दी. साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का समर्थन कर दिया और खुद अखिलेश यादव ने मोर्चा संभाल लिया है. उन्हें लगता है कि जाति समीकरण और अधिक दुरुस्त करने के लिए यह अच्छा मौका है. उन्होंने सोची समझी रणनीति के साथ विधानसभा सदन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शूद्र के विषय में चर्चा करने की बात कही है. इसके बाद अब समाजवादी पार्टी के समर्थकों की तरफ से भी इस तरह की होर्डिंग बैनर और पोस्टर लगाए जाने का सिलसिला शुरू हो गया है और यह क्रम आगे बढ़ता हुआ नजर आने वाला है.