लखनऊ: सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी जिलाधिकारियों को आदेश दिया है कि कोई भी भूखा न रहे. इसके लिए लखनऊ में कलेक्ट्रेट में एक हाईटेक कंट्रोल रूम बनाया गया है. यह हाईटेक कंट्रोल रूम 24 घंटे काम कर रहा है.
जिलाधिकारी कार्यालय में इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम किस प्रकार काम करता है, इसके बारे में जब ईटीवी भारत ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वैभव मिश्रा से बात की तो उन्होंने बताया कि यह हाईटेक कंट्रोल रूम 24 घंटे काम कर रहा है. यहां काम करने वालों की तीन शिफ्ट लगाई गई है, जो सुबह से लेकर रात तक जारी रहती है.
'हर कॉल की होती है मॉनिटरिंग'
वैभव मिश्रा ने बताया कि यहां हर आने वाली कॉल रिसीव की जाती है और उसकी मॉनिटरिंग होती है. हर एक कॉल का डाटा तैयार किया जाता है. इसके लिए उनके एक्सपर्ट काम करते हैं. उन्होंने कहा कि हर एक चीज पारदर्शी है. कंप्यूटर पर यह इंगित होता है कि कौन सा टेलीकॉलर कितनी देर किस कॉल पर व्यस्त रहा.
'1400 से 1500 कॉल करते हैं रिसीव'
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने बताया कि सोमवार को करीब 1400 से 1500 कॉल रिसीव की गई है और सभी का निस्तारण भी किया गया. उन्होंने कहा कि इस कॉल के जरिए वो जरूरतमंदों की समस्याओं का समाधान करते हैं और उनको उचित दिशा-निर्देश भी देते हैं.
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'हर मिनट समस्याओं का होता है निस्तारण'
वैभव मिश्रा ने बताया कि हर मिनट कॉल को रिसीव करके उनकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अभी 6 कंप्यूटर और लगाए जा रहे हैं, जिसके माध्यम से हम और ज्यादा जरूरतमंदों की समस्याओं का समाधान कर पाएंगे.