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यूपी-ऑस्ट्रेलिया के बीच के व्यापार की अपार संभावनाएं - उत्तर प्रदेश और आस्ट्रेलिया में व्यापार की संभावनाएं

राजधानी लखनऊ में स्थित खादी भवन में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बेरी ओे फेरल ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम, निवेश तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह से भेंट की. इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश और आस्ट्रेलिया के बीच इकानाॅमिक रणनीति पर चर्चा की.

उत्तर प्रदेश सरकार.
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Published : Feb 25, 2021, 9:31 PM IST

लखनऊः सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम, निवेश तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह से गुरुवार को खादी भवन में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बेरी ओे फेरल ने भेंट की. इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश और आस्ट्रेलिया के बीच इकानाॅमिक रणनीति पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि इन्वेस्ट यूपी और आस्ट्रेड के सहयोग से दोनों देशों के आपसी व्यापार को बढ़ाकर इकोनाॅमिक माडल तैयार किया जा सकता है.

सिद्धार्थनाथ सिंह ने उच्चायुक्त के प्रस्ताव का किया स्वागत
बेरी ओे फेरल ने प्रदेश में निवेश के लिए ऑस्ट्रेलिया के पेंशन फण्ड का उपयोग करने पर भी विचार-विमर्श किया. साथ ही विश्वसनीय सहयोगी के रूप में कार्य करने की इच्छा जताई. सिद्धार्थनाथ सिंह ने उच्चायुक्त के प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश और आस्ट्रेलिया के मध्य बहुत पुराने संबंध है. उत्तर प्रदेश सरकार ऑस्ट्रेलिया के निवेशकों को हर सम्भव सहयोग व मदद देगी. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया द्वारा प्रति वर्ष 50 बिलियन डालर का आयात चीन से किया जाता है. उत्तर प्रदेश से भी लेदर, कारपेट, टेक्सटाइल्स, फूटवियर जैसे उत्पादों के आयात की अपार संभवानाएं हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश माइनिंग, पशुपालन, हैण्डलूम एण्ड टेक्सटाइल्स के क्षेत्र में निवेश का प्रमुख गन्तव्य है.

ओडीओपी के बारे में बताया
एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ सिंह ने उच्चायुक्त को एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ओडीओपी के तहत स्थानीय प्रसिद्ध उत्पादों को बढ़ावा देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने का कार्य किया जा रहा है. प्रदेश को तीन ट्रिलियन इकोनाॅमी बनाने में इस कार्यक्रम की अहम भूमिका होगी. प्रदेश में ईज ऑफ डूईंग बिजनेस के साथ ईंज ऑफ लिविंग पर भी विशेष बल दिया गया है.

यूपी में 90 लाख एमएसएमई इकाई
मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश का घरेलू बाजार बहुत बड़ा है. यहां पर लगभग 90 लाख एमएसएमई इकाइयां हैं. राज्य सरकार प्रत्येक क्षेत्र के उत्पादों की गुणवत्ता, मार्केटिंग पर विशेष फोकस कर रही है. सिंह ने कहा कि प्रदेश में वस्त्रोद्योग को बढ़ावा देने के लिए बड़े टेक्सटाइल्स पार्क की स्थापना की दिशा में तेजी से कार्य चल रहा है. यूपी में लारजेस्ट एअर एण्ड रोड कनेक्टीविटी उद्यमियों के लिए आकर्षण का केन्द्र है. उत्तर प्रदेश देश में दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक प्रदेश है. इसके साथ ही एग्रो बेस्ड उत्पादों के प्रोडक्शन में भी उत्तर प्रदेश अग्रणी है. उन्होंने उच्चायुक्त को निवेश मित्र सिंगल विन्डो सिस्टम, सेक्टोरियल पाॅलिसी आदि की विस्तार से जानकारी दी.

ये रहे मौजूद
इस मौके पर ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त के साथ सेकेंड सेक्रेटरी जैक टेलर, पाॅलिटिकल ऑफिसर बनी ग्रेवाल सहित अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, मुख्य मंत्री के आर्थिक सलाहकार केवी राजू समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.

लखनऊः सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम, निवेश तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह से गुरुवार को खादी भवन में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बेरी ओे फेरल ने भेंट की. इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश और आस्ट्रेलिया के बीच इकानाॅमिक रणनीति पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि इन्वेस्ट यूपी और आस्ट्रेड के सहयोग से दोनों देशों के आपसी व्यापार को बढ़ाकर इकोनाॅमिक माडल तैयार किया जा सकता है.

सिद्धार्थनाथ सिंह ने उच्चायुक्त के प्रस्ताव का किया स्वागत
बेरी ओे फेरल ने प्रदेश में निवेश के लिए ऑस्ट्रेलिया के पेंशन फण्ड का उपयोग करने पर भी विचार-विमर्श किया. साथ ही विश्वसनीय सहयोगी के रूप में कार्य करने की इच्छा जताई. सिद्धार्थनाथ सिंह ने उच्चायुक्त के प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश और आस्ट्रेलिया के मध्य बहुत पुराने संबंध है. उत्तर प्रदेश सरकार ऑस्ट्रेलिया के निवेशकों को हर सम्भव सहयोग व मदद देगी. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया द्वारा प्रति वर्ष 50 बिलियन डालर का आयात चीन से किया जाता है. उत्तर प्रदेश से भी लेदर, कारपेट, टेक्सटाइल्स, फूटवियर जैसे उत्पादों के आयात की अपार संभवानाएं हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश माइनिंग, पशुपालन, हैण्डलूम एण्ड टेक्सटाइल्स के क्षेत्र में निवेश का प्रमुख गन्तव्य है.

ओडीओपी के बारे में बताया
एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थ सिंह ने उच्चायुक्त को एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ओडीओपी के तहत स्थानीय प्रसिद्ध उत्पादों को बढ़ावा देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने का कार्य किया जा रहा है. प्रदेश को तीन ट्रिलियन इकोनाॅमी बनाने में इस कार्यक्रम की अहम भूमिका होगी. प्रदेश में ईज ऑफ डूईंग बिजनेस के साथ ईंज ऑफ लिविंग पर भी विशेष बल दिया गया है.

यूपी में 90 लाख एमएसएमई इकाई
मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश का घरेलू बाजार बहुत बड़ा है. यहां पर लगभग 90 लाख एमएसएमई इकाइयां हैं. राज्य सरकार प्रत्येक क्षेत्र के उत्पादों की गुणवत्ता, मार्केटिंग पर विशेष फोकस कर रही है. सिंह ने कहा कि प्रदेश में वस्त्रोद्योग को बढ़ावा देने के लिए बड़े टेक्सटाइल्स पार्क की स्थापना की दिशा में तेजी से कार्य चल रहा है. यूपी में लारजेस्ट एअर एण्ड रोड कनेक्टीविटी उद्यमियों के लिए आकर्षण का केन्द्र है. उत्तर प्रदेश देश में दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक प्रदेश है. इसके साथ ही एग्रो बेस्ड उत्पादों के प्रोडक्शन में भी उत्तर प्रदेश अग्रणी है. उन्होंने उच्चायुक्त को निवेश मित्र सिंगल विन्डो सिस्टम, सेक्टोरियल पाॅलिसी आदि की विस्तार से जानकारी दी.

ये रहे मौजूद
इस मौके पर ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त के साथ सेकेंड सेक्रेटरी जैक टेलर, पाॅलिटिकल ऑफिसर बनी ग्रेवाल सहित अपर मुख्य सचिव औद्योगिक विकास अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल, मुख्य मंत्री के आर्थिक सलाहकार केवी राजू समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.

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