लखनऊ : बीते 24 घंटे से प्रदेश भर में रुक-रुककर मूसलाधार बारिश हो रही है. जिसके कारण कई स्थानों पर जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लगातार हो रही बारिश के कारण किसानों की हजारों एकड़ फसल जनमग्न हो गई है. आफत बनकर बरसी बारिश ने किसानों को काफी नुकसान पहुंचाया है.
अमरोहा में बारिश का कहर
यूपी के अमरोहा जिले में हो रही मूसलाधार बारिश से किसानों की फसलें जलमग्न हो गईं हैं. इसके अलावा जनपद में अधिकतर सड़कें तालाब का रूप ले चुकीं हैं.
जिसके कारण आने-जाने वालों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. इतना ही नहीं जनपद के नगर कोतवाली थाने के प्रांगण में भी लवालव पानी भर गया है. वहीं कई स्थानों पर लोगों के घरों में पानी घुस गया है.
आगरा और अलीगढ़ में जमकर हुई बारिश
आगरा और अलीगढ़ मंडल में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. बेमौसम बारिश से खेतों में खड़ी और कटी हुई बाजरा और धान की फसलें नष्ट होने की कगार पर पहुंच गईं हैं. वहीं, बारिश के कारण सरसों और आलू की बुवाई करने वाले किसानों का काम रुक गया है. मूसलाधार बारिश ने नगर निगम और स्मार्ट सिटी की पोल खोल दी है.
जगह-जगह पानी भरने से लोगों को पेरशानी बढ़ गई है. बता दें कि, बीते रविवार को दिन में ही आगरा, मथुरा, हाथरस, अलीगढ़, फिरोजाबाद, एटा सहित कई जिलों में जमकर बारिश हुई. सोमवार की शाम से ही मूसलाधार बारिश जारी है. जिसके कारण लोगों के घरों, दुकानों मकानों में पानी घुस गया है.
बरेली में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों को रुलाया
बरेली जिले में बीते रविवार से ही लगातार रुक-रुककर बारिश हो रही है. जिसके कारण किसानों की फसलें चौपट हो गईं हैं. किसानों की खेत में तैयार खड़ी फसलें बारिश के पानी में डूब गईं हैं.
बरेली जिले में अधिकतर किसान धान की फसलों की कटाई रहे हैं. कुछ किसानों की कटी हुई फसलें भी पानी से खराब हो रहीं हैं.
बलरामपुर में बारिश ने मचाई तबाही
बलरामपुर में भी बारिश की वजह से धान की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. गन्ने की फसल भी बारिश की वजह से खेतों में गिर गयी.
तिलहनी फसलों की बुवाई भी बारिश की वजह से प्रभावित हुई है. किसानों के मुताबिक करीब 15 दिनों तक अब बुआई पिछड़ जाएगी. जिले के करीब डेढ़ से दो लाख किसान प्रभावित बताए जा रहे हैं.
किसानों के सपने हुए चूर, शासन-प्रशासन मजबूर
प्रदेश भर में बीते रविवार से लगातार हो रही बारिश का सर्वाधिक असर किसानों पर पड़ा है. इस बेमौसम हुई बारिश से किसानों की हजारों बीघा तैयार फसलें पानी में डूब गईं हैं. कुदरत की इस मार से किसान और शासन-प्रशासन सभी लाचार हैं.
बारिश से कहर से हुए नुकसान के बारे में ईटीवी भारत की टीम ने बात करने की कोशिश की, तो वह लाचार दिखे. किसानों का कहना है, कि काफी मेहनत करने के बाद खेत में फसल तैयार होती है. इस बेमौसम बारिश ने पूरी सीजन की कमाई बर्बाद कर दी है. धान, बाजरा आदि की फसलें पानी में डूब गईं हैं.
पानी में भीगने के बाद मुश्किल से 20 से 30 प्रतिशत ही अनाज मिल सकेगा. यदि भीगे हुए अनाज को समय से न सुखाया गया, तो वह भी खराब हो जाएगा. काफी किसानों ने धान की तैयार फसल को काटकर खेत में इकट्ठा किया था, लेकिन बारिश ने पूरी फसल को चौपट कर दिया.
किसानों ने बताया, कि कुछ किसानों ने आलू की फसल की बुवाई कर दी थी. लगातार बारिश के कारण आलू के खेतों में भी पानी भर गया है, जिसके कारण बुवाई की गई फसल नष्ट होने के पूरे आसार हैं. कुछ किसान आलू और सरसों की बुवाई करने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन खेतों में पानी भर जाने से फसलों की बुवाई भी लेट हो रही है.