लखनऊ : यूपी की स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार हो रहा है. नए अस्पताल बनाए जा रहे हैं. प्रत्येक जनपद में मेडिकल कॉलेज खोले जाने की प्रक्रिया चल रही है. राजकीय मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कोर्स शुरू करने की योजना है. आधुनिक उपकरणों से अस्पतालों को लैस किया जा रहा है. रोबोटिक सर्जरी भी बड़े मेडिकल संस्थानों में शुरू किया जा रहा है. रोगियों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की दिशा में प्राइवेट संस्थानों का भी सहयोग लिया जा रहा है. बिना प्राइवेट अस्पताल व संस्थानों की सहभागिता के प्रदेश के सबसे नीचले तबके तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना कठिन है.
यह बातें उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहीं हैं. डिप्टी सीएम शनिवार को सरदार पटेल पोस्ट ग्रेजुएट इस्टीट्यूट ऑफ डेंटल एंड मेडिकल साइंसेज में 26वें एलओएस नेशनल पीजी स्टूडेंटस कान्वेंशन को संबोधित कर रहे थे. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में आबादी के हिसाब से स्वाथ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं. इसमें प्राइवेट क्षेत्र के अस्पतालों को भी सहभागी बनने की जरूरत है. प्राइवेट अस्पताल रोगियों को उपचार मुहैया कराएं, शोध करें. गरीब रोगियों को किफायती दर पर उपचार मुहैया कराएं.
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप (पीपीपी) मॉडल पर अस्पताल व मेडिकल कॉलेजों का खाका तैयार किया गया है. इसका फायदा रोगियों को मिलेगा. रोगियों को आधुनिक उपचार मिलने की राह आसान होगी. इसके अलावा आयुष्मान योजना भी लागू की गई है. आयुष्मान कार्डधारक सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज हासिल कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्राइवेट संस्थान पढ़ाई व मरीजों के इलाज की दिशा में बेहतर काम रहे हैं. कार्यक्रम में कॉलेज के अध्यक्ष अनुराग सिंह, सचिव डॉ. स्नेहलता सिंह, उपाध्यक्ष श्लोक सिंह, प्रबंध निदेशक डॉ. आरोहन सिंह, प्राचार्य डा गौरव सिंह, डॉ. सुधीर कपूर, डॉ. राजकुमार जायसवाल, इंडियन आर्थो डॉन्टिक्स सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. बलविंदर सिंह ठक्कर व डॉ. संजय मौजूद रहे.