लखनऊ: कोरोना संक्रमित मरीज को समय रहते चिह्नित करने के लिए अब एक नई व्यवस्था व अभियान शुरू किया जा रहा है. इसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों की जांच करेंगी. इसी कड़ी में अब स्वास्थ्य विभाग की टीम डोर टू डोर कोरोना अभियान चलाएगी.
घर पर होगी कोरोना जांच
कोरोना संक्रमण पर रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग अपने हर संभव प्रयास कर रहा है. स्वास्थ्य विभाग एक अभियान शुरू कर रहा है, जिसके तहत घर पर ही कोरोना जांच हो सकेगी. स्वास्थ्य विभाग इसके लिए टीम तैयार कर रहा है, जो घर-घर जाकर संदिग्ध लोगों की कोरोना जांच करेगा. 5 से 15 जुलाई के बीच इसी नेटवर्क का प्रयोग करते हुए स्वास्थ्य विभाग विशेष कोविड-19 अभियान चलाएगा.
प्रशासन की तैयारियां पूरी
पोलियो व अन्य बीमारियों का टीकाकरण इस अभियान के शुरू होने के बाद होगा. इस अवधि में कन्टेनमेंट जोन से लेकर के सामान्य इलाकों तक में जांच की जाएगी. जिस घर में जांच हो जाएगी, उसके गेट या दरवाजे पर निशान बनाया जाएगा. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तमाम तरह की तैयारियां कर ली हैं. जिला प्रशासन और मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें इस रणनीति को लेकर तमाम व्यवस्थाओं के बारे में चर्चा की गई.
टीम में होंगे 2 सदस्य
यह अभियान यूनिसेफ और डब्ल्यूएचओ के माइक्रो प्लान के आधार पर ही चलेगा. इस सर्वेक्षण में एक टीम में 2 सदस्य ही होंगे, जो लोगों के घरों तक जाएंगे. ग्रामीण इलाकों की टीम में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी रखा जाएगा. प्रत्येक सर्वेक्षण टीम को स्टिकर और चॉक दी जाएगी. साथ ही मास्क भी प्रशासन की ओर से प्रदान किए जाएंगे. ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज विभाग की ओर से ग्रामीण समिति थर्मामीटर पल्स ऑक्सीमीटर दिए गए हैं.
लोगों को किया जाएगा जागरूक
जगह जगह स्वास्थ विभाग का स्टीकर लगाया जाएगा, जिससे कि लोगों को जागरूक किया जा सके और कोरोना से बचाव के तरीके भी बताया जा सके. इस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि कोरोना के संक्रमण पर रोक लगाने के लिए स्वास्थ विभाग जिले भर में घर-घर अभियान चलाएगा. इससे कोरोना संक्रमित को चिह्मित कर उचित उपचार दिलाने की व्यवस्था की जाएगी.