लखनऊः राजधानी में डेंगू के आंकड़ों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. गुरुवार को राजधानी में डेंगू के 34 नए मरीज मिले, जिनमें सभी की हालत अभी स्थिर बनी हुई है. इसी कड़ी में फाइट द फाइट अभियान के तहत स्वास्थ विभाग की टीम ने कई निजी अस्पताल का निरीक्षण किया. साथ ही डेंगू के लार्वा मिलने पर अस्पतालों को नोटिस जारी किया गया.
डेंगू के आंकड़ों में लगातार बढ़ोतरी
बीते दिनों राजधानी के निजी अस्पताल में एक बच्ची की डेंगू से मौत हो जाने की बात सामने आई थी. उसके ठीक कुछ दिन पहले ही स्वास्थ्य विभाग ने यह आदेश दिया था कि जब तक एलाइजा द्वारा डेंगू का टेस्ट न करा लिया जाए, तब तक किसी भी मौत की पुष्टि न की जाए, लेकिन मेडसन और शिखर अस्पताल ने मरीज की डेंगू से मौत हो जाने की पुष्टि कर दी थी.
स्वास्थ्य विभाग ने मामले से संबंधित तमाम जानकारियां अस्पताल से मांगी, जिसके बाद स्वास्थ विभाग ने गाइडलाइन दी थी कि किसी भी अस्पताल और पैथोलॉजी द्वारा कार्ड टेस्ट के आधार पर डेंगू की पुष्टि न की जाए, लेकिन निजी हॉस्पिटल ने आदेश का उल्लंघन किया और डेथ सर्टिफिकेट में डेंगू से मौत की पुष्टि कर दी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने इस पूरे मामले पर सख्ती दिखाते हुए अस्पताल को नोटिस जारी कर दिया.
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स्वास्थ्य विभाग टीम ने 2110 जगहों का किया सर्वेक्षण
सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल की स्वास्थ्य विभाग टीम ने सरकारी विभाग समेत अस्पतालों को मिलाकर लगभग 2110 जगहों का सर्वेक्षण किया. इस दौरान डेंगू के लार्वा मिलने पर 21 निजी अस्पतालों को नोटिस भी थमाया गया. नोटिस में सभी विभागों को अपने यहां से गंदगी युक्त पानी से हटाने और डेंगू से बचाव के लिए तमाम व्यवस्थाएं करने के आदेश दिए गए.
समय रहते कराए इलाज
साथ ही टीम ने जनसमान्य लोगों को डेंगू से बचाव एवं नियंत्रण हेतु जागरूक किया. वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लोगों को हिदायत दी कि कूलर, गमले, छत पर पड़े टायर एवं कबाड़ पशु पक्षियों के पीने के पानी ज्यादा दिन तक न रखे और घर के आसपास पानी का जमाव न होने दें. साथ ही दिन में फुल कपड़े पहने तथा रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. बुखार होने की स्थिती पर तुरंत नजदीकी चिकित्सा स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराए, जिससे कि समय रहते डेंगू जैसी गंभीर बीमारियों से बचा जा सके.