लखनऊ : राजधानी में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी के कारण संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI) में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी और उनके आश्रित बड़ी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं. ऐसे मरीजों को राजधानी कोविड हॉस्पिटल (आरसीएच) में भर्ती की आवश्यकता भी पड़ रही है. साथ ही एक बड़ी संख्या में गैर लाक्षणिक (asymptomatic) स्वास्थ्य कर्मी घर पर रहकर (होम आइसोलेशन) अपनी स्थिति का स्वयं मूल्यांकन कर रहे हैं. इनमें से भी अनेक स्वास्थ्य कर्मियों को उनकी स्थिति बिगड़ने पर भर्ती की आवश्यकता पड़ रही है. ऐसे में SGPGI में कोरोना संक्रमित कर्मियों के मुद्दों को समझने के लिए रविवार को एचसीडब्ल्यू वेलनेस कमेटी (HCW Wellness committee) का गठन करने की घोषणा की गई है.
प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों के हित में लिए गए निम्नलिखित निर्णय
- कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त स्वास्थ्य कर्मियों के मुद्दों को समझने के लिए एचसीडब्ल्यू वेलनेस कमेटी का गठन किया जाएगा.
- यह समिति स्वास्थ्य कर्मियों और उनके आश्रितों की भर्ती से लेकर उनके डिस्चार्ज तक की संपूर्ण प्रक्रिया को सुनिश्चित करेगी.
- पूर्णतया समर्पित हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए जाएंगे, जिससे होम क्वारंटाइन में रहने पर भर्ती की आवश्यकता में उनकी मदद की जा सके.
- इनकी निगरानी और देखरेख के लिए एक व्यवस्था बनाई जाएगी, जिसमें होम क्वारंटाइन में रह रहे स्टाफ व उनके आश्रितों के उपचार की दिशा में हो रही प्रगति को समझा जाएगा.
- RCH 2 में स्वास्थ्य कर्मियों और उनके आश्रितों के लिए 36 शैय्याओं की व्यवस्था भी की जाएगी. इनमें से 18 बेड अभी शुरू किए गए हैं.
- स्वास्थ्य कर्मियों की RTPCR जांच, खून की जांच, एचआर सीटी स्कैन और दवाइयों के वितरण के लिए HCW काउंटर भी खोले जाएंगे. इसके अतिरिक्त यदि अन्य सुविधाओं की आवश्यकता भी पड़ती है तो प्रशासन सदैव इस दिशा में तत्पर रहेगा, जिससे कि उन स्वास्थ्य कर्मियों की समस्याओं का निराकरण किया जा सके, जिन्होंने कोविड काल में मरीजों की सेवा में स्वयं को पूर्णतया समर्पित किया है.
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