लखनऊ : विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित की गई जानकीपुरम योजना, सेक्टर-जे एवं जानकीपुरम विस्तार योजना, सेक्टर-1 से 11 तक तथा गोमती नगर के विकल्पखंड और विराजखंड का क्षेत्र (Jankipuram Extension and Vikalp Khand Virajkhand) नगर निगम को हैंडओवर कर दिया गया. प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डाॅ इन्द्रमणि त्रिपाठी व नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह की अध्यक्षता में प्राधिकरण भवन में हुई दोनों विभागों की संयुक्त बैठक में योजनाओं के हस्तांतरण पर सहमति बन गयी है. इसके अंतर्गत सम्बंधित योजनाओं में अवस्थापना सुविधाओं एवं पार्क तथा औद्यानिक सौंदर्यीकरण के कार्यों के लिए प्राधिकरण द्वारा नगर निगम को लगभग 35 करोड़ रुपये की धनराशि दी जाएगी.
उपाध्यक्ष डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि हस्तांतरण के लिए प्राधिकरण व नगर निगम की संयुक्त टीम द्वारा उक्त योजनाओं का संयुक्त निरीक्षण किया गया था. इसमें अवस्थापना सुविधाएं सड़क, नाली, नाला एवं पार्क आदि के अपूर्ण एवं सुदृढ़ीकरण, मरम्मत के कार्यों को कराने के लिए नगर निगम द्वारा 2510.90 लाख रुपये तथा औद्यानिक सौंदर्यीकरण के लिए 294.19 लाख रुपये का स्टीमेट तैयार किया गया था. इसी तरह गोमती नगर के विकल्प खंड और विराज खंड में सम्बंधित कार्यों के लिए 7 करोड़ रुपये का स्टीमेट तैयार किया गया था. संयुक्त बैठक में प्राधिकरण द्वारा उक्त धनराशि नगर निगम को हस्तगत किये जाने की सहमति पर योजनाओं के हैंडओवर का निर्णय ले लिया गया. उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा हस्तगत धनराशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र प्राधिकरण को दिया जाएगा. बैठक में नगर निगम के मुख्य अभियंता महेश वर्मा, प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता अवनीन्द्र कुमार सिंह एवं नवनीत शर्मा समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.
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