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हाजियों के लिए खुशखबरी, सभी आवेदनकर्ताओं को मिलेगा हज का मौका, अकेली महिलाओं के सपने हुए साकार

कोरोना के चलते दो साल बाद हो रही हजयात्रा को लेकर मुसलामनों में काफी उत्साह है. इस बार की हजयात्रा मुस्लिम महिलाओं के लिए सपने को साकार करने जैसा है. दरअसल सरकार ने महरम की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. इस कारण अकेली मुस्लिम महिलाएं भी हज कर सकेंगी. इस बार राज्य में जितने भी लोगों ने आवेदन किया है सभी को हज पर जाने का मौका मिलेगा.

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Published : Apr 27, 2022, 4:05 PM IST

लखनऊ: दो साल बाद पहली बार इस साल हज यात्रा हो रही है. कोरोना के कारण पिछले दो साल से हज यात्रा पर पाबंदी लगी हुई थी. उत्तर प्रदेश में इस बार हजयात्रियों का कोटा करीब 8 हजार 836 है. राज्य के हजयात्रियों के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी है. इस बार हज के लिए राज्य के करीब साढ़े 7 हजार लोगों ने आवेदन किया है जो कि कोटे से कम हैं. ऐसे में इसका सीधा अर्थ यह है कि जितने भी लोगों ने आवेदन किया है सभी को हज का मौका मिलेगा. हज कमेटी की ओर से हज यात्रा को लेकर सभी तैयारियां की जा रही हैं. निकट भविष्य में सभी आवेदकों से उनका कंसर्न मांगा जाएगा.

दो साल बाद हो रही है हज यात्रा: कोविड-19 के दुष्प्रभावों को देखते हुए सऊदी सरकार ने पिछले 2 साल से हज यात्रा पर रोक लगा रखी थी. इस वजह से भारत से भी कोई हज यात्री सऊदी अरब नहीं जा सका था. मगर इस बार एक बड़ी खुशनसीबी की बात ये है कि कोविड-19 का प्रभाव कम है. ऐसे में हज यात्रा की पूरे जोर-शोर से तैयारी चल रही है. सऊदी सरकार ने भारत के लिए करीब 75 हजार लोगों का कोटा तय किया है. उत्तर प्रदेश के हिस्से में लगभग साढ़े 8 हजार लोगों का कोटा आया है. पिछले करीब 2 महीने तक चले आवेदनों के बाद साढ़े 7 हजार लोगों ने हज यात्रा के लिए आवेदन किया है. आवेदन की अंतिम तिथि समाप्त हो चुकी है. अब यात्रा के लिए आगे की औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी.

य़ह भी पढ़ें: यूपी हज कमेटी का गठन, 40 महीनों बाद मोहसिन रजा चेयरमैन चुने गए

अकेली मुस्लिम महिलाओं के सपने हुए साकार: इस बार हज यात्रा के लिए सरकार ने महरम की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. महरम की व्यवस्था में कोई भी महिला अकेले हज यात्रा नहीं कर सकती थीं. उसके साथ एक पुरुष का होना अनिवार्य था. महरम की अनिवार्यता खत्म होने से इस बार उत्तर प्रदेश की 24 महिलाओं ने अकेले हज यात्रा पर जाने के लिए आवेदन किया है. इन महिलाओं को एक साथ एक ग्रुप में ही यात्रा करने की अनुमति दी गई है. सरकार का ये फैसला अकेली मुस्लिम महिलाओं के सपने को साकार करने जैसा है.

सभी आवेदकों को मिलेगा हज का मौका: उत्तर प्रदेश हज कमेटी के सचिव राहुल गुप्ता ने बताया कि हज यात्रा के लिए जितने भी आवेदक हैं, सभी को यात्रा करने का मौका मिलेगा. उन्होंने बताया कि जून माह में यात्रा का आगाज होगा. हज यात्रा के लिए प्रति व्यक्ति करीब सवा ₹3लाख खर्च आने का अनुमान है. इस खर्च में यात्रा व्यय के अतिरिक्त रहना, भोजन व अन्य खर्च शामिल हैं. उन्होंने बताया कि बहुत जल्द ही आवेदकों को आगे की औपचारिकता पूरी करने के लिए जानकारियां दी जाएंगी. इन औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद ही हज यात्रा की अंतिम अनुमति मिल सकेगी.

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लखनऊ: दो साल बाद पहली बार इस साल हज यात्रा हो रही है. कोरोना के कारण पिछले दो साल से हज यात्रा पर पाबंदी लगी हुई थी. उत्तर प्रदेश में इस बार हजयात्रियों का कोटा करीब 8 हजार 836 है. राज्य के हजयात्रियों के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी है. इस बार हज के लिए राज्य के करीब साढ़े 7 हजार लोगों ने आवेदन किया है जो कि कोटे से कम हैं. ऐसे में इसका सीधा अर्थ यह है कि जितने भी लोगों ने आवेदन किया है सभी को हज का मौका मिलेगा. हज कमेटी की ओर से हज यात्रा को लेकर सभी तैयारियां की जा रही हैं. निकट भविष्य में सभी आवेदकों से उनका कंसर्न मांगा जाएगा.

दो साल बाद हो रही है हज यात्रा: कोविड-19 के दुष्प्रभावों को देखते हुए सऊदी सरकार ने पिछले 2 साल से हज यात्रा पर रोक लगा रखी थी. इस वजह से भारत से भी कोई हज यात्री सऊदी अरब नहीं जा सका था. मगर इस बार एक बड़ी खुशनसीबी की बात ये है कि कोविड-19 का प्रभाव कम है. ऐसे में हज यात्रा की पूरे जोर-शोर से तैयारी चल रही है. सऊदी सरकार ने भारत के लिए करीब 75 हजार लोगों का कोटा तय किया है. उत्तर प्रदेश के हिस्से में लगभग साढ़े 8 हजार लोगों का कोटा आया है. पिछले करीब 2 महीने तक चले आवेदनों के बाद साढ़े 7 हजार लोगों ने हज यात्रा के लिए आवेदन किया है. आवेदन की अंतिम तिथि समाप्त हो चुकी है. अब यात्रा के लिए आगे की औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी.

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अकेली मुस्लिम महिलाओं के सपने हुए साकार: इस बार हज यात्रा के लिए सरकार ने महरम की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है. महरम की व्यवस्था में कोई भी महिला अकेले हज यात्रा नहीं कर सकती थीं. उसके साथ एक पुरुष का होना अनिवार्य था. महरम की अनिवार्यता खत्म होने से इस बार उत्तर प्रदेश की 24 महिलाओं ने अकेले हज यात्रा पर जाने के लिए आवेदन किया है. इन महिलाओं को एक साथ एक ग्रुप में ही यात्रा करने की अनुमति दी गई है. सरकार का ये फैसला अकेली मुस्लिम महिलाओं के सपने को साकार करने जैसा है.

सभी आवेदकों को मिलेगा हज का मौका: उत्तर प्रदेश हज कमेटी के सचिव राहुल गुप्ता ने बताया कि हज यात्रा के लिए जितने भी आवेदक हैं, सभी को यात्रा करने का मौका मिलेगा. उन्होंने बताया कि जून माह में यात्रा का आगाज होगा. हज यात्रा के लिए प्रति व्यक्ति करीब सवा ₹3लाख खर्च आने का अनुमान है. इस खर्च में यात्रा व्यय के अतिरिक्त रहना, भोजन व अन्य खर्च शामिल हैं. उन्होंने बताया कि बहुत जल्द ही आवेदकों को आगे की औपचारिकता पूरी करने के लिए जानकारियां दी जाएंगी. इन औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद ही हज यात्रा की अंतिम अनुमति मिल सकेगी.

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