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Lucknow Medical News : धीरे धीरे बढ़ रहा सीजनल एच3एन2 एनफ्लूएंजा का खतरा, स्वास्थ्य विभाग ने दिए ये दिशा-निर्देश - यूपी में बीमारियां

देश के कई राज्यों में (Lucknow Medical News) सीजनल एनफ्लूएंजा/एच3एन2 के रोगी पाए गए हैं. इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बचाव एवं रोकथाम से संबंधित दिशा निर्देश जारी किए हैं.

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Published : Mar 14, 2023, 6:41 AM IST

लखनऊ : प्रदेश में एच3एन2 का खतरा बढ़ गया है. बुखार और खांसी-जुकाम के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा हैं. इस बीच सरकारी जिला अस्पतालों की ओपीडी में लंबी कतार देखी जा रही हैं. सोमवार को एक बार फिर से सुबह से लखनऊ के अस्पतालों मरीजों और तीमारदारों की भारी भीड़ उमड़ी. हालांकि राहत की बात यह हैं कि बेहद गंभीर मरीज लखनऊ में अभी तक सामने नहीं आए हैं. महीने भर में केजीएमयू में करीब 15 से अधिक सैंपल की जांच रिपोर्ट एच3एन2 के लिए पॉजिटिव आ चुकी हैं. वहीं एसजीपीजीआई में इस बीच किसी भी मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं मिली हैं. यहां भी रोजाना 3 से 4 सैंपल एच3एन2 वायरस की जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. भारत के कई राज्यों में सीजनल एनफ्लूएंजा/एच3एन2 के रोगी पाए गए हैं. इसको देखते हुए सीजनल एनफ्लूएंजा/एच3एन2 के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए निम्न सावधानियां एवं प्रोटोकाल का अनुपालन कराया जाना आवश्यक है.

सीजनल एनफ्लूएंजा/एच3एन2 के लक्षण : खांसी, गले में खरास, नाक बहना या नाक बंद रहना, सिरदर्द, शरीर में दर्द, बुखार, ठंड लगना, थकान, सांस फूलना, दस्त एवं उल्टी.

एनफ्लूएंजा/एच3एन2 के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश : सार्वजनिक स्थलों, चिकित्सालयों, कार्यालयों, बाजारों एवं अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क एवं सेनेटाइजर का प्रयोग करें. खांसते एवं छीकते वक्त नाक एवं मुंह ढक कर रखें. नाक, चेहरा एवं आंख को बार-बार छूने से बचें. पानी एवं तरल पदार्थ का अत्यधिक प्रयोग करें. हाथ मिलाने एवं गले मिलने से बचें. सार्वजनिक स्थलों पर थूके नहीं. सोशल डिस्टेसिंग का पालन सुनिश्चित करें. वृद्ध एवं बच्चों को उक्त भीड़ भाड़ वाले जगहों पर ले जाने से बचें. सार्वजनिक स्थलों, कार्यालयों, बाजारों एवं अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर साफ-सफाई सुदृढ रखी जाए तथा जनमानस को एनफ्लूएंजा से बचाव हेतु प्रचार-प्रसार किया जाए. एनफ्लूएंजा के लक्षण आने पर नजदीकी चिकित्सालय में सम्पर्क करें तथा चिकित्सीय परामर्श पर ही दवा का प्रयोग करें.

लखनऊ : प्रदेश में एच3एन2 का खतरा बढ़ गया है. बुखार और खांसी-जुकाम के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा हैं. इस बीच सरकारी जिला अस्पतालों की ओपीडी में लंबी कतार देखी जा रही हैं. सोमवार को एक बार फिर से सुबह से लखनऊ के अस्पतालों मरीजों और तीमारदारों की भारी भीड़ उमड़ी. हालांकि राहत की बात यह हैं कि बेहद गंभीर मरीज लखनऊ में अभी तक सामने नहीं आए हैं. महीने भर में केजीएमयू में करीब 15 से अधिक सैंपल की जांच रिपोर्ट एच3एन2 के लिए पॉजिटिव आ चुकी हैं. वहीं एसजीपीजीआई में इस बीच किसी भी मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं मिली हैं. यहां भी रोजाना 3 से 4 सैंपल एच3एन2 वायरस की जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. भारत के कई राज्यों में सीजनल एनफ्लूएंजा/एच3एन2 के रोगी पाए गए हैं. इसको देखते हुए सीजनल एनफ्लूएंजा/एच3एन2 के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए निम्न सावधानियां एवं प्रोटोकाल का अनुपालन कराया जाना आवश्यक है.

सीजनल एनफ्लूएंजा/एच3एन2 के लक्षण : खांसी, गले में खरास, नाक बहना या नाक बंद रहना, सिरदर्द, शरीर में दर्द, बुखार, ठंड लगना, थकान, सांस फूलना, दस्त एवं उल्टी.

एनफ्लूएंजा/एच3एन2 के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश : सार्वजनिक स्थलों, चिकित्सालयों, कार्यालयों, बाजारों एवं अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क एवं सेनेटाइजर का प्रयोग करें. खांसते एवं छीकते वक्त नाक एवं मुंह ढक कर रखें. नाक, चेहरा एवं आंख को बार-बार छूने से बचें. पानी एवं तरल पदार्थ का अत्यधिक प्रयोग करें. हाथ मिलाने एवं गले मिलने से बचें. सार्वजनिक स्थलों पर थूके नहीं. सोशल डिस्टेसिंग का पालन सुनिश्चित करें. वृद्ध एवं बच्चों को उक्त भीड़ भाड़ वाले जगहों पर ले जाने से बचें. सार्वजनिक स्थलों, कार्यालयों, बाजारों एवं अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों पर साफ-सफाई सुदृढ रखी जाए तथा जनमानस को एनफ्लूएंजा से बचाव हेतु प्रचार-प्रसार किया जाए. एनफ्लूएंजा के लक्षण आने पर नजदीकी चिकित्सालय में सम्पर्क करें तथा चिकित्सीय परामर्श पर ही दवा का प्रयोग करें.

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