नई दिल्ली : गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 (Gujrat assembly result 2022 ) में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला . भारतीय जनता पार्टी 157 सीटों पर जीत दर्ज की. बीजेपी की इस जीत में गुजरात के सौराष्ट्र का बड़ा योगदान रहा. सौराष्ट्र में विधानसभा की 48 सीटें हैं, बीजेपी के खाते में 38 सीटें आईं हैं. सौराष्ट्र की कई सीटों पर राजनीतिक एक्सपर्ट की नजरें गड़ी थीं. इन सीटों से वीआईपी कैंडिडेट चुनाव लड़ रहे थे. कुछ सीटों को इतिहास ने वीआईपी बना दिया है (VIP seats in Saurashtra).
मोरबी : मोरबी में 56.20 फीसदी मतदान हुआ था. मतदान से पहले ही मोरबी पुल हादसे के बाद सुर्खियों में आया था. माना जा रहा था कि पुल हादसे का असर न सिर्फ मोरबी में बल्कि सौराष्ट्र और पूरे प्रदेश में दिखेगा. मगर बीजेपी ने मोरबी जिले की तीनों सीटों पर कब्जा कर लिया. मोरबी से बीजेपी कांतिलाल अमरुतिया ने जीत दर्ज की. 2017 में यह मोरबी जिले की तीनों विधानसभा सीटें कांग्रेस के पास थीं.
अमरेली : गुजरात के पहले मुख्यमंत्री डॉ जीवराज मेहता की इलाका माने जाने वाले अमरेली कभी कांग्रेस की गढ़ थी. 1985 से 1998 तक यह सीट बीजेपी के कब्जे में रही. 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अमरेली से जीत हासिल की. 2022 में बीजेपी ने इस पर कब्जा जमा लिया. भारतीय जनता पार्टी के कौशिकबाई वेकारिया विजयी रहे. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार परेश धनानी को करीब 24 हजार से अधिक मतों से हराया है.
पोरबंदर : महात्मा गांधी का जन्मस्थान पोरबंदर भी बीजेपी का गढ़ रहा है. कांग्रेस के दिग्गज नेता अर्जुन मोढवाडिया दस साल बाद इस सीट पर कब्जा करने में सफल रहे (Porbandar returns to Congress). 2017 में भाजपा के बाबूभाई बोखरिया ने इस सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता अर्जुन मोढवाडिया को हरा दिया था. बाबूभाई सिर्फ 1,855 वोटों से जीते थे. लगातार दूसरी बार मोढवाड़िया हारे थे. यह जीत उनकी राजनीति के लिए अहम रही है. पोरबंदर में 53.11 फीसदी मतदान हुआ था.
राजकोट पश्चिम : गुजरात की इस सीट खासियत रही है कि अपने स्थापना के बाद से बीजेपी कभी इस सीट से नहीं हारी . 1985 के विधानसभा चुनाव से हर बार भारतीय जनता पार्टी का कब्जा रहा. भाजपा के दिग्गज नेता वजुभाई वाला लगातार सात चुनाव जीते. 2002 में यह सीट उन्होंने सीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी के लिए खाली कर दी. बाद में विजय रूपाणी भी इस सीट से जीतकर सीएम बने.
जामनगर नॉर्थ : क्षत्रिय बाहुल्य जामनगर नॉर्थ सीट क्रिकेटर रवींद्र जाडेजा की पत्नी रिवाबा जाडेजा की उम्मीदवारी के कारण सुर्खियों में आई थी. यहां से धर्मेंद्र सिंह जाडेजा विधायक थे, लेकिन इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट दिया. 2017 के चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के विधायक चुने गए. 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में रीबाबा ने आम आदमी पार्टी के करसनभाई कारामूर को हराया. कांग्रेस इस सीट पर तीसरे स्थान पर रही.
भावनगर पश्चिम : इस सीट से गुजरात सरकार के शिक्षा मंत्री जीतू वाघाणी ने जीत की हैट्रिक लगाई है. 2012 से लगातार इस सीट से जीतू जीतते रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस के किशोर सिंह गोहिल को 19000 से अधिक मतों से हराया है. आम आदमी पार्टी के राजू सोलंकी को 19458 वोट मिले. कुल मिलाकर आम आदमी पार्टी के पोस्टर बॉय ने वाघाणी फिर से विधानसभा पहुंचाने में मदद की. राजू सोलंकी सामाजिक कार्यकर्ता हैं. इस चुनाव में वह तीसरे स्थान पर रहे.