लखनऊ : उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में 11वीं की छात्रा के बैग से मोबाइल फोन बरामद होने के बाद आत्महत्या कर लेने और उसके बाद इस मामले में पुलिस द्वारा स्कूल के प्रधानाचार्य व शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेज देने के घटना के बाद प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों ने जमकर विरोध किया था. प्राइवेट स्कूलों ने इस पूरे घटना की बिना जांच किए प्रिंसिपल व शिक्षक पर कार्रवाई के विरोध में बीते 9 अगस्त को स्कूलों को बंद रखकर विरोध दर्ज कराया था.
इस मामले में अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन उत्तर प्रदेश व एसोसिएशन आफ प्राइवेट स्कूल उत्तर प्रदेश के सदस्यों ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव सूचना एवं गृह विभाग संजय प्रसाद और महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद से भी मुलाकात कर गाइडलाइन बनाने समेत कई मांगें रखी थीं. इस बाबत शासन ने महानिदेशक माध्यमिक शिक्षा की अध्यक्षता में 10 सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है. जो आजमगढ़ जैसी घटना होने के बाद इस पूरे मामले की जांच वह इससे जुड़े कार्रवाई किस प्रकार हो इसके लिए जरूरी गाइडलाइन तैयार करेगा.
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन द्वारा दिए गए ज्ञापन के मद्देनजर विद्यालयों में सुरक्षित परिवेश स्थापित करने के लिए सुविचारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) एवं दिशा निर्देश जारी करने के लिए कमेटी का गठन किया है. कमेटी में माध्यमिक शिक्षा निदेशक को अध्यक्ष बनाया गया है. राज्य परियोजना के वरिष्ठ विशेषज्ञ राजेंद्र प्रसाद को सचिव व सदस्य के पद पर नामित किया गया है. विधिक सलाहकार समग्र शिक्षा डीपी सिंह, मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक माध्यमिक प्रदीप कुमार सिंह, संयुक्त शिक्षा निदेशक बेसिक गणेश कुमार, अनएडेड स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, यूनाइटेड फ्रंट के कन्वीनर डॉ. दीपक मधोक, शांति विद्यापीठ के अध्यक्ष डॉ. विशाल जैन, यूनाइटेड फ्रंट के को कन्वीनर श्याम पचौरी व यूनाइटेड फ्रंट के को कन्वीनर अतुल श्रीवास्तव को सदस्य के रूप में नामित किया गया है. महानिदेशक ने समिति से एक माह के अंदर गाइडलाइन तैयार करके विभाग को उपलब्ध कराने की बात कही है.
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