लखनऊ : राज्य कर विभाग के अंतर्गत फर्जी फर्म बनाकर बड़े पैमाने पर जीएसटी चोरी करने का गोरखधंधा चल रहा है. जीएसटी विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार बड़े पैमाने पर फर्जी फर्म के खेल से जीएसटी चोरी हो रही है. अब जीएसटी चोरी और फर्जी फर्म के खेल को बेनकाब करने की कार्रवाई की गई है. फर्जी फर्म बनाकर कर सैकड़ों करोड़ रुपये का चूना व्यापारियों ने विभाग को लगाया है.
दरअसल पिछले काफी समय से फर्जी फर्म बनाकर सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व का नुकसान पहुंचाया जा रहा था. प्रदेश में इस फर्जीवाड़े के खिलाफ प्रदेश स्तर पर पहली बार स्टेट जीएसटी और सेंट्रल जीएसटी ने अभियान चलाकर इस खेल को बेनकाब करने का काम किया गया. जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक करीब 12 हजार से अधिक संदिग्ध फर्मों की जांच की गई. जिसमें करीब 800 फर्म फर्जी मिली हैं. इन फर्जी फर्म के माध्यम से करीब 615 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी व फर्जीवाड़ा किया गया. कार्रवाई के अंतर्गत इन फर्मों का 52 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) ब्लॉक भर दिया गया है.
दरअसल जीएसटी विभाग में फर्जी और बोगस फर्म के माध्यम से जीएसटी चोरी करने के नए नए मामले सामने आ रहे हैं. फर्जी फर्म से इनपुट टैक्स क्रेडिट लेकर करोड़ों रुपये की चोट सरकार को की गई. इस पूरे खेल को बेनकाब करने के लिए प्रदेश में अभियान चलाकर जांच पड़ताल की गई तो यह पर्दाफाश किया गया. स्टेट जीएसटी व सेंट्रल जीएसटी को 12 हजार संदिग्ध फर्मों का डाटा जांच के लिए दिया गया था.
जांच में करीब 800 से अधिक फर्म पूरी तरह से फर्जी मिलीं. इसमें से करीब 6,500 फर्मों की जांच स्टेट जीएसटी ने की और 129 फर्म फर्जी मिलीं. इनके माध्यम से 65 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया गया. इसके बाद जीएसटी विभाग ने इन फर्मों की करीब 15 करोड़ रुपये की आईटीसी ब्लॉक करने की कार्रवाई भी कर दी. सेंट्रल जीएसटी, सेंट्रल एक्साइज लखनऊ क्षेत्र को भी संदिग्ध फर्मों के खिलाफ जांच में बड़ी सफलता प्राप्त हुई है. सेंट्रल जीएसटी लखनऊ जोन को 3000 से अधिक फर्म की जांच दी गई थी. करीब 452 फर्म फर्जी मिलीं. इन फर्जी फर्म के माध्यम से 350 करोड़ रुपये की जीएसटी व आईटीसी का फर्जीवाड़ा मिला है. इसके साथ ही अभी जीएसटी विभाग के स्तर पर जांच जारी है कार्रवाई की जा रही है.