लखनऊ. प्रदेश में बीते दिनों हुई बारिश ने फसलों (crops) को काफी नुकसान पहुंचाया. इससे खरीफ की फसलों के अलावा सब्जियों की खेती को भी काफी नुकसान पहुंचा. यही कारण है कि सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. इससे आम आदमी की थाली में हरी सब्जियों की मात्रा कम हो गई है.
गौरतलब है कि महंगाई बढ़ने से आम आदमी का बजट गड़बड़ाया हुआ है. इसके इतर कुदरती मार किसानों के साथ आम आदमी पर पड़ रही है. बेमौसम बारिश (unseasonal rain) की वजह से सबसे ज्यादा कुप्रभाव खेती-किसानी (Farming) पर पड़ा है. बारिश की वजह से खेतों में तैयार खड़ी धान की फसल के अलावा अन्य खरीफ फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा हरी सब्जियों के उत्पादन पर असर पड़ा है. पैदावार कम होने से थोक मंडियों और हाट बाजारों में हरी सब्जियों की आवक कम हो गई है. यही कारण है कि बारिश की चपेट में आने से बची-खुची सब्जियों बाजार में पहुंच रही है. इससे दाम आसमान छू रहे हैं. इसकी वजह से आम आदमी की थाली से हरी सब्जियां नदारद हैं.
बुधवार (26 अक्टूबर) को राजधानी की विभिन्न मंडियों में आलू 20 प्रति किलोग्राम, प्याज 30 रुपये, टमाटर 80 रुपये, नींबू 80 रुपये, कद्दू 20 रुपये, लौकी 40 रुपये, पालक 50 रुपये, भिंडी 50 रुपये, मिर्च 60 रुपये, तरोई 50 रुपये, लहसुन 60 रुपये, करेला 50 रुपये, परवल 80 रुपये, 120 रुपये, शिमला मिर्च 60 रुपये, धनिया 140 रुपये प्रति किलो बिका और गोभी 40 रुपये प्रति पीस के हिसाब से बिकी.
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